प्राइड मंथ एक ऐसा शब्द है जो हम अक्सर सोशल मीडिया और टीवी चैनलों के माध्यम से सुनते और देखते रहे हैं। यह शब्द जितना आम है उतना ही गहरा भी है। प्राइड मंथ पूरी दुनिया में LGBTQ प्लस समुदायों, उनके अधिकारों और उनके कल्चर का जश्न मनाता है इसी क्रम में आज हल्द्वानी में LGBTQ प्लस समुदाय से जुड़े लोगों के समर्थन में युवाओं ने रैली निकाली और इंद्रधनुषी रंगों वाला झंडा फहराया एमबीपीजी कॉलेज से दोनहरिया तक निकाली गई रैली में रंग बिरंगे परिधानों में बढ़चढ़कर युवा शामिल हुए बताते चलें कि हर साल प्राइड मंथ को मनाने के लिए लोग मार्च, विरोध और परेड के साथ एक बड़े उत्सव के रूप में सामने आते हैं लोग दुनिया भर में बड़ी संख्या में इकट्ठा होते हैं और खुद की भावनाओं को व्यक्त करते हैं प्राइड मंथ हर साल जून के महीने में 1968 के स्टोनवॉल दंगों में शामिल लोगों को श्रद्धांजलि के लिए मनाया जाता है। 1970 के दशक में LGBTQ प्लस समुदायों के अधिकारों को मान्यता देने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका में विरोध प्रदर्शनों का एक सीरीज चलाया गया था। तब से दुनिया भर में प्राइड मंथ मनाया जाता है आयोजकों ने बताया कि उत्तराखंड में देहरादून के बाद यह कुमाऊं में एलजीबीटीक्यू प्लस समुदाय के समर्थन में निकलने वाली दूसरी रैली है। बताते चलें कि 2018 में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने समलैंगिंकों के हक में फैसला सुनाते हुए कहा था कि समलैंगिकता अपराध नहीं है। समलैंगिको के भी वही मूल अधिकार हैं जो किसी सामान्य नागरिक के हैं। सबको सम्मान से जीने का अधिकार है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दुनिया भर के साथ भारत में भी समलैंगिंकों की बीच खुशी की लहर दौड़ गई।

 

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