दीपक भारद्वाज
सितारगंज। सितारगंज सिडकुल स्थित अनुराग इण्टरप्राइजेज के निर्मणाधीन एडवांस ट्रेनिंग सेंटर में श्रमिक की करंट लगने हुई मौत। पुलिस और परिजनों को दी गयी देर से सूचना। परिजनों ने उत्तरदायी संस्था और ठेकेदार पर लगाए गंभीर आरोप। पल्ला झाड़ते नजर आया उत्तरदायी संस्था का मैनेजमेंट। पुलिस ने आनन फानन में शव भेजा पोस्टमार्टम को।
सितारगंज सिडकुल में निर्माणाधीन अनुराग इंटरप्राइजेज के एडवांस ट्रेनिंग सेंटर में कार्यरत श्रमिक इमरान की सुबह लगभग 7 बजे करंट लगने से मौत हो गयी। परिजनों का आरोप है की अनुराग इंटरप्राइजेज के मैनेजमेंट के लोग और ठेकेदार ने शव को गाडी में डालकर इधर उधर लेकर घूमते रहे, और परिजनों को और पुलिस सुचना तक नहीं दी। लगभग 4 घंटे बाद परिजनों को पता चला तो उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी तब कहीं जाकर पुलिस मोके पर पहुंची। परिजनों का यह भी आरोप है की मैनेजमेंट के लोग शव को ठिकाने लगाने की मंशा से शव को लेकर जंगल की और लेकर जा रहे थे बमुश्किल परिजनों ने गाड़ी का पीछा कर गाड़ी पकड़ी और सिडकुल लेकर आये। तब पुलिस के पहुँचने पर शव का पंचनामा भरा गया। संस्थान की लापरवाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की किसी के घर का चिराग बुझ गया और इनकी मंशा लीपापोती करने की थी इतना ही नहीं जहाँ सब श्रमिकों को रखा जाता है वहां जगह जगह कट लगी हुई तारें है। श्रमिकों का कहना है कि उन पर सुबह ही टेपिंग की गयी है कौोन समझेगा इन गरीब श्रमिकों का दर्द जो अपने परिवार का पेट पालने के खातिर जहाँ तहाँ मेहनत मजदूरी करते है, और आर्थिक लाभ पर नजर बनाये ये संस्थान और कुछ लोग इनकी जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे है। सेफ्टी के मानकों की धज्जियाँ उड़ती तो किसी भी औधोगिक संस्थान में बखूबी देखी जा सकती हैं पर इसकी परवाह करता कौन है सम्बंधित अधिकारी खाना पूर्ती कर चले जाते हैं।