यात्रा के लिए ऋषिकेश में वाहनों के ग्रीन कार्ड बनाने का काम शुरू, जानिए क्या है प्रक्रियाचारधाम यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड बनाने का काम शुरू दिया गया है। पहले दिन हवन, पूजा-अर्चना के बाद एक ग्रीन कार्ड जारी किया गया।
चारधाम यात्रा के लिए ऋषिकेश में ग्रीन कार्ड बनाने का काम शुरू हो गया है। एआरटीओ कार्यालय में हवन के बाद ग्रीन कार्ड बनाने का काम शुरू किया गया।

पहले ही दिन सर्वर ने धोखा दे दिया जिससे केवल एक ग्रीन कार्ड जारी हो पाया। शुक्रवार को सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक ग्रीन कार्ड जारी किए जाएंगे।एआरटीओ कार्यालय में सुबह हवन के बाद ग्रीन कार्ड बनाने के लिए आए 15 वाहनों की फिटनेस जांच की गई। दोपहर एक बजे के बाद बाद केवल एक वाहन को ग्रीन कार्ड जारी किया गया। परिवहन विभाग की ओर से एआरटीओ कार्यालय भवन में आठ नंबर काउंटर को ग्रीन कार्ड के लिए आरक्षित कर दिया गया है।शुक्रवार को वाहनों की फिटनेस के बाद वाहनों के ग्रीन कार्ड जारी हो सकेंगे। एआरटीओ (प्रशासन) ऋषिकेश अरविंद पांडेय ने बताया कि चारधाम यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड बनाने का काम शुरू दिया गया है। पहले दिन हवन, पूजा-अर्चना के बाद एक ग्रीन कार्ड जारी किया गया। ग्रीन कार्ड के लिए आठ नंबर काउंटर आरक्षित कर दिया गया है। इसी काउंटर से ग्रीन कार्ड जारी होंगे।
कैसे बनेगा ग्रीन कार्ड
ग्रीन कार्ड बनाने के लिए के लिए सीएससी सेंटर या फिर एआरटीओ कार्यालय में 650 रुपये (बड़े वाहन) व 450 रुपये (छोटे वाहन) का शुल्क ऑनलाइन कटवाना होगा। वाहन का परमिट, इंश्योरेंश, प्रदूषण, प्राविधिक निरीक्षक की ओर से जारी किया गया फिटनेस प्रमाणपत्र होना चाहिए। वाहन में जीपीएस सिस्टम, कूड़ादान, उल्टी बैग और लकड़ी का गुटका होना आवश्यक है। उसके बाद संबंधित कागजातों को आठ नंबर काउंटर पर दिखाने के बाद ग्रीन कार्ड जारी होगा।

दलालों के चक्कर में न पड़े
एआरटीओ प्रशासन अरविंद पांडेय ने कहा कि ग्रीनकार्ड बनाने के लिए एआरटीओ कार्यालय में आएं। विभागीय कर्मचारी आपकी सहायता करेंगे। किसी भी दलाल के चक्कर में न आएं। कोई दलाल उनसे तय शुल्क से अधिक लेता है तो इसकी सूचना एआरटीओ कार्यालय में दें।