पर्यावरण और वन मंत्रालय ने घनघरिया हेमकुंड साहिब फूलों की घाटी क्षेत्र में बड़ा फैसला किया है ग्रामीणों के साथ बैठक करके नंदा देवी राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों ने और ग्रामीणों ने मिलकर इको सेंसेटिव जोन से इस घाटी को अलग करने का फैसला किया है। इको सेंसेटिव जोन फूलों की घाटी रेंज मैं अभी तक 10 किलोमीटर के दायरे में था जिसे अब 4 .31 किलोमीटर तक कर दिया गया है।
जिसके बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है वन विभाग के नियम अनुसार ग्रामीणों को इस क्षेत्र में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था लेकिन इको सेंसेटिव जोन से अलग होने के बाद इन क्षेत्र के गांव के लोगों को कुछ नियमों में छूट दी जा सकती है हालांकि पर्यावरण और वन नियमों मैं विभागीय अधिनियम के अनुसार ही कार्य करने होंगे लेकिन कुछ कार्यों में महत्वपूर्ण छूट मिल सकती है हेमकुंड साहिब पैदल ट्रैक घांघरिया पैदल ट्रैक को इको सेंसिटिव जोन से अलग करने का फैसला लिया जा रहा है जोशीमठ ब्लॉक सभागार में नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों के साथ जनसुनवाई में अपनी अपनी बातों को रखा जिसके बाद इस पूरी रिपोर्ट को पर्यावरण और वन मंत्रालय को भेजा जाएगा नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के उप वन संरक्षक नंदा बल्लभ शर्मा ने बताया कि इस और ग्रामीणों के हित में रहते हुए फैसला लिया जा रहा है इको सेंसेटिव जोन के कम होने से ग्रामीणों को फायदा हो सकता है लेकिन विभाग के नियमों का पालन सभी को करना होगा