देहरादून। उत्तराखंड में जमा होने वाला करीब 8000 करोड़ रुपये का आयकर दिल्ली शिफ्ट हो सकता है। ओएनजीसी ने उत्तराखंड के मुख्य आयकर आयुक्त को पत्र लिखकर संस्थान के परमानेंट अकाउंट नंबर (पैन) को दिल्ली शिफ्ट कराने का आग्रह किया है। इससे ओएनजीसी मुख्यालय को धीरे-धीरे दिल्ली शिफ्ट करने खबरों को भी हवा मिल गई है। यदि ओएनजीसी का पैन दिल्ली शिफ्ट हो जाता है तो राज्य में जमा होने वाला आयकर करीब 80 फीसद तक घट जाएगा।
पैन दिल्ली शिफ्ट करने का यह पत्र उत्तराखंड के मुख्य आयकर आयुक्त को ओएनजीसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (चीफ कारपोरेट फाइनेंस) एआर पटेल की ओर से भेजा गया है। पत्र में बताया गया है कि इससे पूर्व इस आशय का पत्र 19 मार्च को दिल्ली के प्रधान आयकर आयुक्त को भी भेजा गया था। वहां से यह सुझाव दिया गया था कि ओएनजीसी उत्तराखंड के मुख्य आयकर आयुक्त को यह पत्र प्रेषित करे।
इसी क्रम में यह पत्र लिखा गया है और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एआर पटेल ने उत्तराखंड के मुख्य आयकर आयुक्त से आग्रह किया है कि वह संस्थान के पैन को प्रधान आयकर आयुक्त कार्यालय दिल्ली में शिफ्ट कराने की कार्रवाई करें। अब यह आयकर अधिकारियों पर निर्भर है कि वह ओएनजीसी की मांग को स्वीकार करें, या ठुकरा दें।
इस संबंध में उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत का कहना है कि इस तरह के आवेदनों की बात करें तो कोई भी आयकर कार्यालय तभी पैन शिफ्टिंग की अर्जी स्वीकार करता है, जब उसके पीछे कोई बहुत बड़ा कारण निहित हो। देखा जाएगा कि ओएनजीसी का आयकर उत्तराखंड से शिफ्ट होने से राज्य पर क्या असर पड़ेगा। जरूरत पड़ी तो इस बारे में केंद्र सरकार को भी पत्र लिखा जाएगा।