उत्तराखंड: तबाही के शिकार जोशीमठ के पुनर्विकास को मंजूर हुए 1700 करोड़ रुपए, CM धामी
सीएम धामी ने बताया कि 1700 करोड़ रुपये की रिकवरी ऑफ रिकंस्ट्रक्शन योजना की मंजूरी भारत सरकार से प्राप्त हो गई है।

उत्तराखंड का जोशीमठ बीते साल भयंकर लैंड स्लाइड का शिकार हुआ था। इसके चलते यहां हजार से अधिक लोगों को विस्थापित होना पड़ा था। अब इसके पुनर्विकास के लिए सरकार ने रुपयों की मंजूरी दे दी है। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं जोशीमठ के पुनर्निविकास के लिए प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का धन्यवाद करना चाहता हूं। सीएम धामी ने बताया कि हमें 1700 करोड़ रुपये की रिकवरी ऑफ रिकंस्ट्रक्शन योजना की मंजूरी भारत सरकार से प्राप्त हो गई है।

सीएम धामी रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सभा में बोलते हुए कहा कि आने वाले समय में जोशीमठ में पुनर्विकास के लिए जो काम होगा, उसमें नगर पालिका और उसके अध्यक्ष की बड़ी भूमिका रहने वाली है। उन्होंने बताया कि केंद्र की तरफ से 1700 करोड़ की रिकवरी राशि मंजूर हो गई है। इस पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।

जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि उत्तराखंड का जोशीमठ करीब बीते पांच दशक से जमीन धंसने की समस्या से जूझ रहा है। इस कारण वहां रहने वाले कई लोगों को पलायन करना पड़ा था। यहां सबसे पहले साल 2021 में घरों और इमारतों की दीवारों में दरारें देखी गई थीं। वहीं अगर उत्तराखंड के चमोली जिले की बात करें तो वहां भूस्खलन और बाढ़ की समस्या आए दिन देखी जाती रही है।

1976 की मिश्रा समिति की रिपोर्ट में बताया गया है कि जोशीमठ जिस जगह पर स्थित है, वहां की अंदरुनी सतह चट्टानी ना होकर रेत और पत्थर के जमाव वाली है। यह पूरा इलाका प्राचीन भूस्खलन वाले हिस्से पर बना है। जनवरी 2023 में जमीन धंसने के कई मामले सामने आए थे। तब जोशीमठ के करीब 65 फीसदी घरों को नुकसान पहुंचा था। इस पर राज्य समेत केंद्र सरकार ने गहरी चिन्ता जताई थी

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