बद्रीनाथ धाम के मुख्य पड़ाव जोशीमठ में हर वर्ष बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले त्रीमुंडिया मेला भव्य रूप से मनाया जाता था लेकिन कोरोनावायरस के चलते और लाक डाउन होने के कारण मेले को स्थगित कर दिया गया है यह मेरा हर वर्ष भगवान बद्री विशाल के कपाट खुलने से पहले सुगम यात्रा क्षेत्र की खुशहाली समृद्धि हेतु मनाया जाता था इस मेले में त्रि मुंडिया वीर एक कुंतल कच्चे चावल भोग के रूप में प्रसाद ग्रहण करता था इस मेले को देखने के लिए गढ़वाल ही नहीं बल्कि कुमाऊं के हजारों लोग जोशीमठ पहुंचते थे लेकिन कोरोनावायरस के चलते मेले को स्थगित करना पड़ा है बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि त्रि मुंडिया वीर को प्रसाद के रूप में केवल खिचड़ी चढ़ाई जाएगी इसके साथ साथ 25 अप्रैल को सूक्ष्म पूजा करके वीर से क्षमा याचना की जाएगी और अगले वर्ष भव्य तरीके से मेले का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि जोशीमठ में लगने वाला गरुड़ छाड़ मेला भी स्थगित कर दिया गया है मान्यता है कि जब भगवान बद्री विशाल के कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू होती हैं तो जोशीमठ से ही भगवान विष्णु गरुड़ में सवार होकर भगवान बद्री विशाल के लिए रवाना होते हैं इसलिए जोशीमठ मैं यह मेला बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है लेकिन इस बार विश्वव्यापी कोरोना वायरस बीमारी के चलते सभी मेलों को स्थगित कर दिया गया है