कई लोगों की बाजू और जांघों में ज्यादा चर्बी जम जाने के कारण ये अंग थुलथुले हो जाते हैं। थुलथुले अंग देखने में खराब लगते हैं क्योंकि इसमें मांस शरीर पर अलग से लटकता हुआ मालूम पड़ता है। चलने-फिरने या काम करने के दौरान इन अंगों के हिलने की वजह से कई बार परेशानी भी होती है। बांहें, जांघ और हिप्स ऐसे अंग है जहां चर्बी सबसे पहले और सबसे ज्यादा जमा होती है। कई लोग इस चर्बी को घटाने के लिए बाजार में मौजूद हानिकाकर तरीकों जैसे- दवाएं, जेल, क्रीम और ड्रिंक्स आदि का इस्तेमाल करते हैं मगर इनका शरीर पर दुष्प्रभाव होता है इसलिए ये सुरक्षित नहीं माने जा सकते हैं। कुछ आसान एक्सरसाइज के द्वारा आप इन अंगों की चर्बी को कम कर सकते हैं और थुलथुलें अंगों से छुटकारा पा सकते हैं।
पुशअप
पुश अपने आप में एक पूर्ण वर्कआउट होता है। न सिर्फ बाजुओं बल्कि पूरे अपर बॉडी पार्ट पर काम करने वाले पुश अप को बिना किसी उपकरण की मदद से इसे कहीं भी किया जा सकता है। यह बाहों पर से चर्बी कम करने का बेहतरीन तरीका है। इसके नियमित अभ्यास से आपके सीने व बाहों को सुडौल एवं मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद मिलती है।
भुजंगासन
भुजंगासन भी बाजुओं को मजबूत बनाता है और बाजुओं व इनके नीचे लटकी अतिरिक्त चर्बी को भी कम करता है। भुजंगासन के अभ्यास से पेट की चर्बी भी कम होती है और रीढ़ की हड्डी मजबूत बनती है। भुजंगासन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल सीधे लेट जाएं और फिर दोनों हाथों को माथे के नीचे टिका लें। इसके बाद दोनों पैरों के पंजों को एक साथ रखें और माथे को सामने की तरफ उठाएं और दोनों भुजाओं को कंधों के समानांतर ले आएं। इस स्थिति में शरीर का भार बाजुओं पर आ जाएगा। फिर शरीर के आगे वाले हिस्से को बाजुओं के बल उठाएं और लंबी सांस लेते हुए शरीर को स्ट्रेच करें।
शलाभासन
इस आसन के लिए सबसे पहले पेट के बल जमीन पर लेट जाएं। अब अपने हाथों को पोट से सटाते हुए हथोलियों से जमीन को टच करते रहें। इस दौरान गहरी सांस लें। अपने पैरों को एक-एक करके ऊपर उठाएं और तिरछी अवस्था में रखें। थोड़ी देर के बाद अपनी सामान्य अवस्था में आ जाएं और फिर दोहराएं। इस आसन को करने से जांघों की मांसपेशियों में खिंचाव आ जाता है, जिससे जांघों व हिप्स की चर्बी कम होने लगती है।
सूर्य नमस्कार
नियमित सूर्य नमस्कार करने से बाजुएं मजबूत बनती हैं और उन पर मौजूद अतिरिक्त चर्बी भी कम होती है। सूर्य नमस्कार का अभ्यास बाजुओं के लिए किसी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक्सरसाइज से कम नहीं होता है। सूर्य नमस्कार से न सिर्फ बाजिएं सुडोल होती हैं बल्कि शरीर मजबूत बनाता है और प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाती है।
वीरभद्रासन
सबसे पहले अपने दोनों पैरों पर सीधे खड़े हो जाएं। पैरों के बीच कम से कम 3 से 4 फीट की दूरी रहे। अब अपने बाएं पैर को सीधा रखें, इसे हल्का बाएं ओर ही घुमाएं। दाएं पैर को थोड़ा आगे बढ़ाएं। इसके बाद दोनों पैरों को थोड़ा मोड़ें। अपने हाथों को नमस्ते का आकार देते हुए ऊपर की ओर रखें। थोड़ी देर इसी मुद्रा में रहें।
खान-पान में बरतें सावधानी
शरीर के किसी भी भाग से चर्बी कम करने में आहार के बेहद महत्वपूर्ण भूमिका होती है। तो आपको खाने में हेल्दी फूड शामिल करें। ऐसा जाइच प्लान तैयार करें जो न सिर्फ आसानी से बनाया जा सके, बल्कि जिसमें सभी तरह के पौष्टिक तत्व भी मौजूद हों। ज्यादा तैलीय व जंक फूड को कम करें। इस संदर्भ में आप किसी आहार विशेषज्ञ की मदद भी ले सकते हैं।