रामनगर (नैनीताल)। तराई पश्चिमी वन प्रभाग के आमपोखरा रेंज के अंतर्गत हाथीडगर क्षेत्र में शनिवार को बाघ वाइक सवार दो युवकों पर झपट गया। पीछे से आ रहे एक बाइक सवार के पहुंचने से इनकी जान बच गई। बाघ के हमले में घायल दोनों युवकों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।

चंद्रनगर मालधन निवासी धर्मेश कुमार और जितेंद्र प्रसाद ढिकुली के रिजॉर्ट में सिक्योरिटी गार्ड हैं। रात की ड्यूटी के बाद शनिवार सुबह दोनों बाइक से मालधन को लौट रहे थे। धर्मेश बाइक चला रहा था जबकि जितेंद्र प्रसाद पीछे बैठा हुआ था। हाथीडगर में वन चौकी के पास बाब अचानक उन पर झटप गया। इस पर दोनों गिरकर घायल हो गए। इसी बीच धर्मेश का भाई चंद्रमोहन पीछे से दूसरी बाइक पर आ रहा था। जब उसने बाघ को देखा तो शोर शुरू कर दिया। बताते हैं कि शोर सुनकर बाघ दोनों युक्कों को छोड़कर वहां से भाग निकला। घायल धर्मेश और जितेंद्र प्रसाद को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर आमपोखरा रेंज के रेंज अधिकार वनकर्मी भी अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली।

किसान संघर्ष समिति के संयोजक ललित उप्रेती ने बताया कि लगभग एक महीने में आदमखोर बाघ ने दो महिलाओं को मार दिया है। 14 दिसंबर को हुए आंदोलन में कॉर्बेट और स्थानीय प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि आदमखोर बाघ को हम तुरंत पकड़ लगें लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। उत्तराखंड जन अधिकार संगठन के सदस्य ललित मोहन पांडे ने कहा कि बाघ को तुरंत पकड़ा जाए। संजय मेहता ने कहा कि कॉर्बेट प्रशासन और वन विभाग दोनों सोए हुए हैं। कॉर्बेट प्रशासन का रवैया ऐसा हो रहा तो भविष्य में ग्रामीण बड़ा आंदोलन करेंगे।