100 वर्ष के बाद आयोजित हो रही देवरा यात्रा को लेकर भक्तों में उल्लास

100 वर्ष के बाद आयोजित हो रही चमोली-गोपेश्वर के सगर गांव की आराध्य मां राजराजेश्वरी चंडिका देवी की देवरा यात्रा पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंची। स्थानीय लोगों ने देवरा यात्रा का भव्य स्वागत किया। साथ ही देवी के दर्शन कर पूजा-अर्चना करते हुए अपने घर-परिवार की सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। देवरा यात्रा के समिति पदाधिकारियों के अनुसार, इससे पूर्व 1924 में देवी की देवरा यात्रा हुई थी। इस बार 12 अक्तूबर को विजयदशी पर्व पर सगर गांव से मां राजराजेश्वरी चंडिका देवी की देवरा यात्रा गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर होते हुए चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के दर्शन के उपरांत 20 अक्तूबर रविवार को पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर पहुंची

देवरा यात्रा समिति के अध्यक्ष जगमोहन सिंह बिष्ट ने बताया कि मां राजराजेश्वरी चंडिका देवी की देवरा यात्रा नौ माह तक चलेगी। इस दौरान यात्रा जनपद चमोली, रुद्रप्रयाग सहित अन्य कई जनपदों के गांवों का भ्रमण करेगी। बताया कि सगर के गांव के ग्रामीणों ने सकलेश्वर मंदिर में स्थित चंडिका मां की पूजा-अर्चना के साथ देवरा यात्रा शुरू की है। देवरा यात्रा के ब्रह्मगुरु व मुख्य पुजारी हरिबल्लभ सती ने बताया कि यह देवरा यात्रा विशेष यात्रा है, इसमें मां की डोली सगर गांव की ध्याणियों (विवाहिता बेटी व बहिनों) के ससुराल में जाकर उनकी कुशलक्षेम पूछकर उन्हें आशीर्वाद देती है।

यात्रा के सचिव सतेंद्र सिंह रावत का कहना है कि इस धार्मिक यात्रा को लेकर ग्रामीणों में खासा उत्साह है। इस बार, यह देवरा यात्रा 100 वर्ष बाद आयोजित हो रही है। उन्होंने बताया कि नौ माह तक देवरा यात्रा पंचकेदार, पंचबदरी और पंच प्रयाग का भ्रमण करेगी। इस मौके पर पुजारी सूरज किमोठी, देवी के पश्वा रतन सिंह नेगी, कोषाध्यक्ष गोविंद सिंह बजवाल, उपाध्यक्ष दीपक सिंह रावत, विनोद भट्ट आदि मौजूद थे।