जोशीमठ। रहस्यमय है रूपकुंड़ ट्रेक गार्गी उनियाल 14 साल की गार्गी उनियाल 4550 मीटर की ऊंचाई पर स्थित रूपकुंड़ ट्रेक कर वापस लौटी गार्गी अपने पिता दिनेश उनियाल व उनकी 30 सदस्यीय दल के साथ रूपकुंड़ ट्रेक पर गई इस ट्रेक की सबसे बड़ी बात यह है कि 60 साल से अधिक उम्र के लोग भी आसानी के साथ ट्रेक कर सकुशल लौटे है गार्गी उनियाल ने बताया कि वह पहली लड़की है जो बुजुर्गो के साथ इस ट्रैक पर गई बताया कि रास्ते मे बड़े बड़े ग्लेशियर थे जिनको पार करना बड़ा मुश्किल था पर सब ने मिलकर कर इस सुन्दर ट्रैक को पार किया गार्गी ने बताया कि जब वह रूपकुंड़ पहुंची तो वहा कड़ाके की ठंड़ पड़ रही थी वही आसपास की पूरी झील जमी थी जो कि बड़ी की सुन्दर लग रही थी वही एस्किमो एडवेंचर जोशीमठ के दिनेश उनियाल ने बताया कि विंटर सीजन मे इस बार यहा कम बर्फ थी पर फरवरी-मार्च अप्रैल मई मे जो बर्फबारी हुई उसकी वजह से आज वहा बड़े बड़े ग्लेशियर है उन्होने बताया कि आज जहा मैदान से लेकर पहाड़ गर्मी से तप रहे वही रूपकुंड़ की झील पूरी तरह जम चुकी है झील के चारो ओर पाला जमा है जिसमे फिसलन हो रही है इस ट्रैक पर आन्नद 68, ड़ाॅक्टर इन्द्र शैखर 62,श्रीमती सावित्री 69,अरूदधती 61,रघुनाथ 65,श्रीनिवास 68,विजय कुमार 63 साल ने यह ट्रैक किया रूपकुंड़ ट्रैक मानव कंकाल के रहस्य से भी भरा पड़ा है रही से नंदा राजजात का आयोजन भी होता है इसलिए रह ट्रैक विश्वभर मे प्रसिद्ध है।