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द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी के कपाट खुलने की प्रक्रिया यज्ञ हवन के बाद शुरू हुई

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द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी के कपाट खुलने की प्रक्रिया यज्ञ हवन के बाद शुरू हुई।

•आज भगवान श्री मदमहेश्वर जी की विग्रह देवडोली मंदिर गर्भगृह से सभामंडप में विराजमान हुई।

• 20 मई को खुलेंगे श्री मदमहेश्वर धाम के कपाट।

उखीमठ: 16 मई।द्वितीय केदार भगवान श्री मदमहेश्वर जी के कपाट खुलने की प्रक्रिया आज बृहस्पतिवार से शुरू हो गयी है।
इस यात्रा वर्ष श्री मदमहेश्वर जी के कपाट 20 मई को शुभ मुहुर्त पूर्वाह्न 11.15 ( सवा ग्यारह बजे) दर्शनार्थ खुल जायेंगे।

श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिरसमिति( बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय के निर्देश पर मदमहेश्वर मंदिर के कपाट खुलने की तैयारियों पूरी की जा रही है। मुख्यकार्याधिकारी योगेंद्र सिंह ने देवडोली यात्रा हेतु आदेश जारी किये हैं ताकि देव डोली यात्रा का संचालन समुचित ढ़ग से हो सके।

कपाट खुलने की प्रक्रिया के अंतर्गत आज श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में केदारनाथ धाम के रावल 1008 श्री भीमाशंकर लिंग ने पूजा-अर्चना संपन्न की।हवन यज्ञ पश्चात उन्होंने श्री मदमहेश्वर जी की विग्रह डोली को सभा मंडप में विराजमान किया स्थानीय डगवाड़ी गांव के लोगों तथा श्रद्धालुओं ने श्री मदमहेश्वर जी को छावडी अर्थात नये अनाज का भोग चढाया तथा न्याय के देवता श्री मदमहेश्वर जी की देवडोली पर फूलों की वर्षा की।
अपने संदेश में बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने सभी श्रद्धालुओ को शुकामनाएं दी है।

कल शुक्रवार को भी भगवान श्री मदमहेश्वर जी चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ मंदिर सभामंडप में ही दर्शनार्थ विराजमान रहेगी।
आज इस अवसर पर मदमहेश्वर धाम के पुजारी टी गंगाधर लिंग,देवरा प्रभारी यदुवीर पुष्पवान, डोली प्रभारी मनीश तिवारी, पुजारी बागेश लिंग, ओंकारेश्वर मंदिर प्रभारी रमेश नेगी, दीपक पंवार,दफेदार विदेश शैव, मुकुंदी पंवार,सूरज नेगी सहित पंचगौंडारी/उनियारा/रांसी के हकहकूकधारी तीर्थपुरोहित तथा श्रद्धालुजन मौजूद रहे।

कल शुक्रवार17 मई को भी पूजा- अर्चना एवं नये छावड़ी- अनाज का भोग लगाकर सर्वकल्याण की कामना की जायेगी।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी
डा. हरीश गौड़ बताया कि 18 मई प्रात: को भगवान मदमहेश्वर जी की चल विग्रह डोली तथा देव निशान शीतकालीन गद्दी स्थल श्री ओकारेश्वर मन्दिर से श्री राकेश्वरी मंदिर रांसी रात्रि विश्राम को पहुंचेगे।

19 मई को श्री राकेश्वरी मंदिर रांसी से प्रवास हेतु दूसरे पड़ाव गोंडार गांव पहुंचेगी।
20 मई सुबह श्री मदमहेश्वर जी की चल विग्रह डोली गोंडार से श्री मदमहेश्वर धाम पहुंचेगी
तथा पूर्वाह्न शुभ लग्न में सवा ग्यारह बजे श्री मदमहेश्वर जी के कपाट खुलेंगे।