देहरादून/चमोली:
चमोली STP की मजिस्ट्रियल जांच रिपोर्ट सामने आई, जांच अधिकारी एडीएम चमोली डॉ अभिषेक त्रिपाठी ने डीएम को रिपोर्ट सौंपी।
डीएम चमोली ने राज्य सरकार को रिपोर्ट भेजी, एसटीपी प्लांट की विद्युत व्यवस्था किए गए अनुबंध एवं विद्युत सुरक्षा के मानकों के अनुरूप नहीं होना कारण बताया गया।
अनुबंधित फर्म के द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा का अभाव बताया गया,विद्युत विभाग एवं जल संस्थान के कार्मिकों के मध्य कोआर्डिनेशन की कमी बताई गई।
दुर्घटना की तीव्रता बढ़ने का कारण एसटीपी प्लांट पर पहुंचने वाले रास्ते का संकरा होना बताया,ज्वाइंट वेंचर फर्म की बड़ी लापरवाही और अव्यवस्था बताया।
जांच अधिकारी ने ज्वाइंट वेंचर कंपनी के अनुबंध को निरस्त करने की संस्तुति दी,उत्तराखंड राज्य में ब्लैक लिस्ट किए जाने की संस्तुति दी।
अनुबंध की शेष अवधि में अनुबंध के अधीन समस्त सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों के ऑपरेशन और मेंटेनेंस पर आने वाले खर्च मरम्मत को जॉइंट वेंचर फर्म से वसूलने की संस्तुति दी।