देहरादून: जम्मू-कश्मीर में आतंकी कनेक्शन को लेकर वहां से आकर दून में पढ़ाई कर रहा एक छात्र पुलिस के रडार पर आ गया है। बीतों दिनों जम्मू-कश्मीर के दो छात्रों से एसटीएफ ने पूछताछ की थी। इनमें एक छात्र को रविवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस दून से अपने साथ ले गई। पिछले कुछ महीनों से कश्मीर में चल रहे घटनाक्रम को लेकर देश की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। हाल में उत्तराखंड पुलिस को भी एक इनपुट साझा किया गया। इस पर एसटीएफ ने प्रेमनगर क्षेत्र में किराये पर रहने वाले जम्मू-कश्मीर के दो छात्रों से पूछताछ की। इनके मोबाइल फोन भी जांचे गए। इसमें कुछ खास नहीं मिला था। सूत्रों के मुताबिक रविवार को अचानक जम्मू कश्मीर पुलिस दून पहुंची। जिन दो छात्रों से हाल में एसटीएफ ने पूछताछ की थी। उनमें एक को जम्मू-कश्मीर पुलिस अपने साथ ले गई। सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में बढ़ी टार्गेट किलिंग को लेकर उससे पूछताछ की जाएगी। शक है कि वह इस मामले में किसी संदिग्ध के संपर्क में था। हालांकि, दून पुलिस को जानकारी नहीं दी गई है।
आपको बता दें कि दो दिन पूर्व देहरादून में पढ़ रहे दो कश्मीरी छात्रों के आपराधिक कनेक्शन को लेकर पुलिस की मैराथन पूछताछ पूछताछ हुई। इन दोनों छात्रों से 24 घंटे से ज्यादा पूछताछ के बाद वापस हॉस्टल भी छोड़ दिया गया। दूसरी ओर, इन छात्रों से कुछ खास जानकारी नहीं मिली तो जम्मू कश्मीर पुलिस भी दून नहीं आई। पिछले कुछ माह से कश्मीर में चल रहे घटनाक्रम को लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। इसकी वजह वहां शुरू हुई टारगेट किलिंग है, जो पाकिस्तान की शह पर किए जाने का शक है।सूत्रों के मुताबिक, हाल में सुरक्षा एजेंसियों और जम्मू कश्मीर पुलिस को इनपुट मिला था। बताया गया कि प्रेमनगर थाना क्षेत्र में रहकर पढ़ाई कर रहे दो छात्रों की गतिविधियां संदिग्ध हैं। एसटीएफ ने छात्रों को हॉस्टल से बुलाकर पूछताछ की। पूछताछ 24 घंटे से ज्यादा चली। इस दौरान उनके मोबाइल फोन जांचे गए। सूत्रों के मुताबिक, एसटीएफ जांच में आपराधिक कनेक्शन के तथ्य नहीं मिले। लिहाजा, दोनों छात्रों को वापस हॉस्टल छोड़ दिया गया। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने कहा कि एक इनपुट के आधार दून में पढ़ रहे कुछ कश्मीरी छात्रों से पूछताछ की गई। उसमें कोई खास जानकारी नहीं मिली। इसका जवाब इनपुट देने वालों को दे दिया गया।दून में पढ़ने वाले कुछ कश्मीरी छात्रों का पहले आपराधिक कनेक्शन मिल चुका है। इसलिए, पुलिस पहले से अलर्ट थी। दून के प्रेमनगर क्षेत्र से पूर्व में लश्कर का सदस्य दबोचा गया था। प्रेमनगर क्षेत्र में निजी संस्थान में पढ़ रहा एक छात्र 2018 में आतंकी संगठन से जुड़ गया था। इसके अलावा महाराष्ट्र के मुंबई में बम ब्लास्ट के बाद एटीएस वर्ष 2007 में सेलाकुई से एक छात्र को पकड़कर ले गई थी।