चमोली जिले में मिलने वाली शंभू नदी किसी भी समय बड़ी तबाही ला सकती है! बागेश्वर जिले के अंतिम गाँव कुंवारी से करीब 2 किमी. आगे भूस्खलन के मलवे से शंभू नदी पट गई है! झील का आकार लगातार बढ़ता जा रहा है! ! विगत कई वर्षों से झील का विस्तार होने के बावजूद ग्रामीण, जनप्रतिनिधि, प्रशासन व शासन की ओर से इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया! यूसर्क की टीम अगर नदियों को जोड़ने की योजना के तहत सर्वे नहीं करती तो मामला प्रकाश में ही नहीं आता! जिस तेज गति से झील का विस्तार लगातार बढ़ता जा रहा है वह आने वाले समय में बड़ी तबाही की ओर इशारा कर रहा है! 500 मीटर लम्बी व 50 मीटर चौड़ी बन गई है झील

कपकोट के आपदा ग्रस्त गांव कुंवारी की पहाड़ी से समय – समय पर भूस्खलन होते रहता है! जिस कारण गाँव की तलहटी पर बहने वाली शंभू नदी में वर्ष 2013 झील बन गई थी! तब बरसात में नदी आने से मलवा बह गया था! परन्तु 2018 से फिर से नदी में मलवा जमा होने से झील का आकार लगातार बढ़ता जा रहा है!

यूसर्क की टीम की सर्वे के बाद प्रशासन अपनी कुम्भकर्ण नींद से जागा ओर उसने डो्न की मदद से तस्वीरें ली! अब प्रशासन उचित कार्रवाई करने की बात कर रहा है…

वर्ष 2013 से भूस्खलन के कारण शंभू नदी में झील बनते आ रही है! जिम्मेदार महकमों की घोर उदासीनता के चलते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया! जिस कारण उन्हें जमीन हकीकत का कुछ पता ही नहीं रहा! यूसर्क की टीम अगर नदियों को जोड़ने की योजना के तहत सर्वे नहीं करती तो मामला प्रकाश में ही नहीं आता! ओर एक बड़ी तबाही होने की आशंका बनी रहती!

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