गोपेश्वर: श्री बदरीनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं।सुबह महाभिषेक पूजा – साढे चार बजे सुबह से तत्पश्चात बाल भोग तथा दर्शन के बादश्र11 बजे दिन का राज भोग , दिन 1बजे से शायंकालीन आरतियां हुई।
रावल द्वारा अपराह्न दो बजे लक्ष्मी जी कै गर्भ गृह में विराजमान किया गया ।
लक्ष्मी जी के गर्भ गृह में आने से पूर्व कुबेर जी उद्धव जी का सभा मंडप में लाया गया , ढाई बजे लगभग से कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू हुई।
भगवान बदरीविशाल को घृत क़ंबल पहनाये जाने के बाद अपराह्न तीन बजकर तैतीस मिनट पर कपाट बंद हो गए।