शहरी आजीविका केन्द्र (सीएलसी) में महिलाओं को स्वरोजगार के लिए जिला प्रशासन की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा। यह बात जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने मंगलवार को नगर पालिका परिषद गोपेश्वर के तत्वाधान में शहरी आजीविका केन्द्र के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए कही। जिलाधिकारी ने कहा कि आजीविका केंद्र से उन सभी महिलाओं को लाभ मिलेगा जो अपने घर पर छोटा लघु उद्योग करती है लेकिन मार्केट नही मिलने के कारण उनका व्यवसाय सही से नही चलता था।
जिलाधिकारी ने मंगलवार को नगर पालिका परिषद गोपेश्वर के रामलीला मैदान में सिटी लाइवलीहुड सेंटर से जुड़ी महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया। महिलाओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से इस आजिविका केन्द्र के संचालन हेतु हर संभव मदद दी जाएगी। कहा कि यहाॅ पर गर्म कपडे जैसे स्वाइटर, मफलर, शाॅल, टोपी, जुराफ आदि की ब्रिकी के लिए अच्छा स्कोप है और महिलाएं इससे जुड़कर अच्छी आजिविका अर्जित कर सकती है। उन्होंने कहा कि आजीविका केन्द्र को जल्द उनकी ओर से सिलाई, बुनाई मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। महिलाओं को टैडी वियर, कपडे के थैले, कैडिल, अगरबत्ती तथा मशरूम उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करते हुए जिलाधिकारी ने ईओ नगर पालिका को उत्पादों के विपणन की व्यवस्था भी करने को कहा। इसके लिए नगर पालिका को दुकानों के आवंटन के दौरान कुछ दुकाने स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के विपणन हेतु आरक्षित रखने की बात कही। गोपेश्वर नगर क्षेत्र में सिटी बस का संचालन बंद होने से आम जनता को हो रही परेशानी को देखते हुए जिलाधिकारी ने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को बस का संचालन फिर से शुरू करने को कहा। कहा कि नई सिटी बस खरीदने के लिए जिला प्रशासन की ओर से भी आर्थिक सहयोग दिया जाएगा। ताकि आम आदमी को नगर क्षेत्र में आवगमन की सुविधाएं मिल सके। इस दौरान आजिविका केन्द्र से जुड़ी महिलाओं ने उनके द्वारा तैयार किए जा रहे विभिन्न उत्पादों की जानकारी दी।
उद्घाटन समारोह में सभाषद नवल भट्ट, उमेश सती, उमेंद्र भंडारी, राजेंद्र लाल, जयदीप रावत, प्रियंका भट्ट ,मीना देवी, प्रशिक्षक कुसुम सेमवाल, संगीता देवी, दिनेश जोशी सहित स्वंय साहायता समूह से जुडी महिलांए मौजूद थी।