चारधाम यात्रा को लेकर जिला प्रशासन ने अंतिम दौर की तैयारियां तेज कर दी है। जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट बुधवार को यमुनोत्री मार्ग का भ्रमण कर यात्रा व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के सुपर जोनल अधिकारी एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट भी बुधवार से अगले पॉंच से सात दिन तक लगातार अपने-अपने क्षेत्र में कैम्प करेंगे। इस बीच जिलाधिकारी ने गंगोत्री धाम में भागीरथी नदी में वस्त्र प्रवाहित करने और वीआईपी पार्किंग तक वाहनों को ले जाने पर रोक लगाते हुए इस संबंध में लिखित आदेश निर्गत किए हैं।

गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट आगामी 10 मई को दर्शनार्थियों के लिए खोले जाने के साथ ही चारधाम यात्राकाल शुरू हो जाएगा। दोनों धामों एवं यात्रा मार्गों व पड़ावों पर यात्री सुविधाओं सहित विभिन्न व्यवस्थाओं को इन दिनों चाक-चौबंद किया जा रहा है। यात्रा से जुड़ी व्यवस्थाओं व कपाटोद्घाटन की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन के उच्चाधिकारी बुधवार से धामों एवं निकटवर्ती प्रमुख पड़ावों पर कैम्प करेंगे। जिलाधिकारी ने इस संबंध में एक आदेश जारी करते हुए इन अधिकारियों को क्षेत्र में ही कैम्प कर यात्रा व्यवस्थाओं के सुचारू संचालन, यात्रा मार्ग, स्वाथ्य, पेयजल, विद्युत, सफाई व्यवस्था सहित कानू व्यवस्था, दर्शन स्लॉट, कतार प्रबंधन, पार्किंग एवं जन सुविधाओं का पर्यवेक्षण व अनुश्रवण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

इसी सिलसिले में बुधवार 8 मई से 12 मई तक की अवधि में गंगोत्री क्षेत्र के सुपर जोनल अधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी जय किशन गंगोत्री धाम व हर्षिल में कैम्प करेंगे जबकि यमुनोत्री क्षेत्र के सुपर जोनल अधिकारी व अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास यमुनोत्री धाम व खरसाली में कैम्प करेंगे। इसी प्रकार गंगोत्री धाम में सेक्टर अधिकारी व उप जिलाधिकारी भटवाड़ी बृजेश कुमार तिवारी और यमुनोत्री धाम में सेक्टर अधिकारी व उप जिलाधिकारी बड़कोट मुकेश चंद रमोला को भी बुधवार से लेकर आगामी 14 मई तक कैम्प करेंगे।

जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के द्वारा गंगोत्री क्षेत्र में यात्रा की तैयारियों का निरीक्षण करने के बाद बुधवार को यमुनोत्री क्षेत्र में यात्रा की तैयारियों की मौके पर जाकर पड़ताल की जाएगी। जिलाधिकारी जानकीचट्टी में यात्रा व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों की बैठक भी लेंगे।
इस बीच जिलाधिकारी ने गंगोत्री धाम की विभिन्न व्यवस्थाओं को लेकर आदेश जारी करते हुए गंगोत्री स्थित वीआईपी पार्किंग तक वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाकर इस स्थान को मुक्त विचरण क्षेत्र के रूप उपलब्ध रखने के साथ ही इसका उपयोग एंबुलेंस, कूड़ा कलेक्शन वाहन, एटीएम वाहन एवं स्थानीय उत्पादों के स्टाल हेतु किए जाने के निर्देश दिए हैं।

जिलाधिकारी ने गंगोत्री धाम में दर्शन स्लॉट व क्यू मैनेजमेंट की व्यवस्था के साथ ही प्लास्टिक कूड़े के प्रबंधन हेतु क्यूआर कोड आधारित डिपोजिट रिफंड व्यवस्था को सुव्यवस्थित व सुदृढ किए जाने के भी आदेश जारी किए हैं। जिलाधिकारी ने धाम में भागीरथी की निर्मलता, अविरलता एवं स्वच्छता को बनाए रखने के लिए वस्त्रदान कर भागीरथी नदी में प्रवाहित किए जाने पर भी रोक लगाने का आदेश जारी किया है। इसके साथ ही धाम के पैदल मार्ग पर दुकानदारों द्वारा किसी भी प्रकार का सामान न रखने और बजली की पानी की आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने तथा सफाई व्यवस्थ को दुरस्त बनाए रखने और शौचालयों की निरंतर सफाई की व्यवस्था बनाए रखने के भी लिखित आदेश संबंधित अधिकारियों को जारी किए हैं।