बलबीर परमार
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी मुख्यालय के पास चामकोट के जंगल धू धू कर जल रहे है। लेकिन वह विभाग ने आग बुजाने को लेकर कोई इंतजाम अब तक नही किये है।उत्तराखंड के जंगलों का आग से जलना नियति बन चुका है। आग बुझाने के नाम प्रतिवर्ष करोड़ों स्वाहा हो जाते हैं। मास्टर क्रू सेन्टर, क्रू सेंटर , क्रू मैन, फायर मैन ये सब आधुनिक नाम है वन बिभाग के जो आग बुझाने के संवेदनशील कार्य को देखते हैं,,
लेकिन जंगल की आग है कि बुझती ही नहीं। समूचे उत्तराखंड के जंगल आजकल आग से धू धूकर जल रहे हैं। कभी इस जंगल तो कभी उस जंगल,,कभी इस ढंगार तो कभी उस ढंगार। वन बिभाग डाल डाल तो आग पात पात,,,
वनकर्मी डगर डगर तो आग ढंगार ढंगार,, कभी इस पाख तो कभी उस पाख,,,अब वन बिभाग मौसम की शरण मे है कि,,, कब जमकर वरुणदेव बरसें और जंगल की आग से निजात मिले हर वर्ष की भांति,,, आगJ भी बुझ जाएगी और बजट भी ठिकाने लग जायेगा।। आज की ये आग उत्तरकाशी में चामकोट क्षेत्र के जंगलों की है।