पिछले 1 माह से अधिक समय से जोशीमठ हेलंग मारवाड़ी बाईपास के विरोध में जोशीमठ संघर्ष समिति के द्वारा आंदोलन किया जा रहा है जिसमें लगभग सभी लोगों का समर्थन संघर्ष समिति को मिल रहा है संघर्ष समिति सरकार की लापरवाही वजह से नाराज भी दिखाई दे रही है और जल्द से जल्द सरकार को इस पूरे मामले में फैसले लेने का दबाव बना रही है समिति के लोगों का कहना है कि राज्य सरकार इस और कोई ठोस नीति नहीं बना रही है जिसकी वजह से आंदोलनकारियों में काफी नाराजगी है इस पूरे मामले में ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य वासुदेवानंद महाराज जी ने सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई करने की मांग की है वासुदेवानंद महाराज जी का कहना है कि जोशीमठ धार्मिक और ऐतिहासिक नगर है जिसका अस्तित्व खत्म नहीं किया जा सकता इसलिए उन्होंने बार-बार नितिन गडकरी को पत्र लिखकर इस और अवगत कराया है कि जो हेलंग- मारवाड़ी बाईपास बनाया जा रहा है वह जोशीमठ अस्तित्व के लिए बहुत बड़ा खतरा है इसलिए वे भी आंदोलनकारियों के समर्थन में हैं और जोशीमठ से ही बाईपास बनाने का समर्थन करते हैं शंकराचार्य ने पूरे मामले में कहा है कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार से वार्ता करके कुछ ना कुछ रास्ता निकालने का प्रयास अवश्य करेंगे ।शंकराचार्य मठ के पीठ पुरोहित ऋषि प्रसाद सती ने जानकारी देते हुए कहा कि शंकराचार्य वासुदेवानंद जी फोन पर वार्ता हुई है और वार्ता में शंकराचार्य जी ने जोशीमठ के अस्तित्व पर चिंता जताते हुए नितिन गडकरी को पत्र लिखकर इस और ठोस रणनीति बनाने का उपाय गौरतलब है कि जोशीमठ में पिछले 1 माह से अधिक समय से लोग आंदोलन कर रहे हैं जिसमें साधु संत से लेकर राजनीतिक पार्टियां भी अपना समर्थन दे रही हैं

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