ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे हिंडोलाखाल के पास दूसरे दिन भी बंद रहा। सिलवन में पहाड़ी से आए मलबे को लगातार जेसीबी व पोकलैंड से हटाया जा रहा है। एनएच पर यातायात बहाल नहीं होने से छोटे वाहनों का संचालन आगराखाल-द्यूली-भोगपुर थानों मोटर मार्ग से किया जा रहा है।

टिहरी से ऋषिकेश, देहरादून और हरिद्वार जाने वाले बड़े वाहनों का संचालन धनोल्टी-मसूरी होते हुए किया जा रहा है। हाईवे बंद होने से नई टिहरी में पेट्रोल की किल्लत बढ़ गई है। एनएच पर बीते दिन शुक्रवार को जहां दो घंटे ही ट्रैफिक चल पाया था वहीं शनिवार को यह मोटर मार्ग दिनभर बंद रहा।

हिंडोलाखाल में सिलवन के पास शुक्रवार को दोपहर 12 बजे पहाड़ी से मलबा आने से हाईवे बंद हो गया। मलबा हटाने के लिए दिन-रात तीन जेसीबी और एक पोकलैंड मशीन लगाई गई है लेकिन क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण करीब डेढ़ सौ मीटर ऊपर पहाड़ से लगातार भूस्खलन हो रहा है। शनिवार को शाम करीब छह बजे तक भी एनएच नहीं खुल पाया।

हाईवे से मलबा हटा रही एमजीसीपीएल कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर एमके यादव ने बताया कि तेज बारिश और लगातार भूस्खलन होने से मलबा हटाने में दिक्कतें आ रही है। देर रात तक मलबा साफ कर दिया जाएगा। हाईवे दूसरे दिन भी बंद रहने से छोटे वाहन आगराखाल-द्यूली-भोगपुर थानों मोटर मार्ग से संचालित किया जा रहा।

दूसरी ओर, ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे बाधित होने से चंबा और नई टिहरी में शनिवार अपराह्न बाद पेट्रोल की किल्लत बढ़ गई है। बौराड़ी पेट्रोल पंप में पेट्रोल का स्टॉक खत्म हो गया है। लोगों को पेट्रोल पंप से बैरंग लौटना पड़ रहा है। हालांकि चंबा में फिलहाल पेट्रोल का संकट नहीं है। पेट्रोल पंप के प्रबंधक सीएस सजवाण ने बताया कि डीजल उपलब्ध है। हाईवे खुलने पर रविवार सुबह तक पेट्रोल का टैंकर भी पहुंच जाएगा। नई टिहरी गैस एजेंसी के प्रबंधक मोहन लाल ने बताया कि रसोई गैस गोदाम में 218 सिलिंडर का स्टॉक उपलब्ध है। 288 सिलिंडर लेकर आ रहा एक ट्रक हिंडोलाखाल में फंसा हुआ है।

क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के कारण मलबा आने से शनिवार सुबह कोटद्वार-पौड़ी हाईवे पर ढाई घंटे तक यातायात ठप रहा। पहाड़ी से गिर रहे मलबे की चपेट में आने से जेसीबी चालक बाल-बाल बचा। राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने किसी प्रकार छोटे वाहनों के लिए यातायात खोला। मलबा आने से जगह-जगह सड़क काफी खराब हालत में है।

शुक्रवार शाम को तीन दिन के बाद हाईवे खुलने से शनिवार तड़के से ही वाहनों की हाईवे पर आवाजाही शुरू हो गई। सुबह छह बजे अधिकतर वाहन पौड़ी की ओर जा रहे थे। तभी हाईवे पर लोनिवि कॉलोनी से डीएफओ आवास के बीच पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा सड़क पर गिर गया। मलबे की चपेट में आने से एक मैक्स वाहन बाल-बाल बचा। बड़ी मात्रा में मलबा होने के कारण यातायात ठप हो गया। कुछ देर बाद सूचना पर जेसीबी मशीन लेकर पहुंचे एनएच विभाग के अधिकारियों ने सड़क की सफाई शुरू कराई।

सफाई कराते समय पहाड़ी से मलबा आकर जेसीबी मशीन के ऊपर गिर गया। जिसमें मशीन चालक बाल-बाल बच गया। लेनिक बैटरी फट गई। इसके बाद किसी प्रकार जेसीबी को चलने लायक बनाकर हाईवे से मलबे की सफाई की गई। इस बीच सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लगी रही। स्कूल जाने वाले शिक्षक अपने वाहनों में ही फंसे रहे, जिसके कारण वे विलंब से विद्यालय में पहुंचे। अन्य पर्वतीय क्षेत्रों को जाने वाले यात्री भी परेशान रहे। करीब 8:30 बजे यातायात खुलने पर लोगों ने राहत की सांस ली।