सड़क किनारे बच्चे को दिया जन्म वहा रे उत्तराखंड
जोशीमठ विकासखंड के उर्गम गांव मे आज एक ऐसी तस्वीर सामने आई है कि जो उत्तराखंड की दोनो सरकारो और सिस्टम पर बड़ा तमाचा मारती है
आज उर्गम निवासी श्रीमती तनुजा को अचानक पर्शव पीड़ा होने तभी उनके पति प्रेम प्रकाश पंवार उनको गांव के ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गये पर वहा जाकर देखा कि स्वास्थ्य केंद्र पर एक भी डाक्टर मौजूद नही है यानि की स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात या डाक्टर की वहा तैनाति ही नही है वही स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद एम्बुलेंस का भी कोई अता पता नही था पर्शव पीड़ा मे ही जब अपनी पत्नी तनुजा को लेकर प्रेम प्रकाश ल्यारी पहुँचा तो जोशीमठ स्वास्थ्य केंद्र की ओर आने लगा पर तनुजा को दर्द सहन नही हो पाया तभी साथ मे मौजूद आशा कार्यकर्ती संतोषी देवी के साथ ल्यारी की 4 से 5 महिलाओ ने सकड़ के किनारे पर्शव करा कर तनुजा और उसके नवजात शिशू को सकुशल बचा लिया पर सवाल यह उठ रहा है कि कब तक इस प्रकार से गर्भवती महिलाओ को सिस्टम के आगे लाचार होना पड़ेगा जबकि सरकार ने करोड़ की लागत से गांवो मे स्वास्थ्य केंद्र बनाये है पर उनकी स्थित को देकर हर किसी को रोना आ रहा है उर्गम गांव बद्रीनाथ हाई वे पर हेलग से 12 किमी दूर है जहा पर सड़क मार्ग से जाया जा सकता है पर बरसात मे सड़क की स्थित बहुत खराब रहती है जिस कारण इस प्रकार से लोगो की जान हथेली पर आ जाति है
भगवान का शुक्र है कि आज प्रेम प्रकाश को पुत्र रत्न प्राप्त हुआ है पर उत्तराखंड की स्वास्थ्य सेवा आज भी दम तोड़ रही है और सरकारो पर तथा उनकी नीतिओ पर सवाल खड़े कर रही है

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