ना भय ना भ्रष्टाचार सबका साथ सबका विश्वास का नारा देने वाली भाजपा सरकार में प्रशासन द्वारा किया जा रहा है भेदभाव। जहां एक तरफ राजस्व विभाग जिन लोगों को तहसील क्षेत्र का सबसे बड़ा बकायेदार रहा है बता। वहीं दूसरी तरफ उन्ही की हमदर्दी करने में भी लगा है प्रशासन। हाल ही में एस०डी०एम० निर्मला बिष्ट ने तहसील क्षेत्र के सबसे बड़े बकाएदारों की की थी सूची जारी। जिसमें तहसील क्षेत्र का सबसे बड़ा बकायेदार एक व्यापारी निवासी सितारगंज को बताया गया था जिस पर अवैध खनन करने के मामले पर 30 लाख 2 हजार आठ सौ रुपये की काटी गयी है आरसी। और उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी किया गया है जारी। बावजूद उसके क्षेत्रीय विधायक का करीबी होने के नाते प्रशासन उसके साथ दिखा रहा है हमदर्दी। वहीं दूसरी ओर अन्नदाता कहे जाने वाले किसानों एवं छोटे गरीब बकाएदारों को परेशान करने में लगा है सरकारी प्रशासन। जिसका जीता जागता उदाहरण यह है कि मंगलवार को प्रभारी तहसीलदार खीम सिंह बिष्ट ने राजेंद्र कुमार गोयल पुत्र सागरमल निवासी नानकमत्ता को विद्युत विभाग का बकायेदार बताते हुए लिया गिरफ्तार कर।
जबकि राजेंद्र कुमार का कहना है कि विद्युत विभाग द्वारा उसे 8664 रुपए का बकायेदार बताया गया था। और एक माह के अंदर रकम जमा करने की बात कही गई थी। जिसका नोटिस विद्युत विभाग ने उसे दिया था जिस पर उसने विद्युत विभाग द्वारा बताई गई रकम को मैने एक माह पहले ही चेक के माध्यम से विभाग को जमा करा दी थी। इसके बाद राजस्व विभाग द्वारा मैरी आरसी करीब 59000 रुपए की काट दी गई अमीन के बार-बार परेशान करने पर ने एक बार और कैश पेमेंट विद्युत विभाग में जमा करा दी। इसके बाद भी अमीन मुझे लगातार परेशान करता रहा हार खाकर अपनी लोक लाज के डर से आज मंगलवार को एसडीएम कार्यालय पहुंचकर और अपनी गिरफ्तारी की बात कहते हुए मुझे गिरफ्तार कर लो मुझे गिरफ्तार कर लो कहता रहा लेकिन एस०डी०एम० के न होने पर खटीमा के तहसीलदार ने गिरफ्तार कर लिया।
वही इससे प्रशासन की भेदभाव की कार्यवाही साफ-2 उजागर होती है कि सितारगंज से करीब 11 किमी दूर नानकमत्ता के छोटे बकायेदार जो बिजली विभाग को अपना पैसा दे चुका है उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रशासन इतना मुस्तैद है वही तहसील से करीब 500 मीटर की दूरी पर रहने वाले सितारगंज तहसील के सबसे बड़े बकायेदार की गिरफ्तारी क्यों नही हो रही क्योंकि वह क्षेत्रीय विधायक का खास और सत्ता का बड़ा नेता है बड़े अफसोस की बात है।
वही तहसीलदार का कहना है। कि हमारे पास राजेन्द्र कुमार की 59 हजार रुपये की बिजली विभाग के बकायेदार की आर०सी० कटी हुई है। बाकी बिजली विभाग जाने की उसने कितने की रसीद काटी है। इससे हमारा कोई लेना देना नही है ये कहकर पल्ला झाड़ते नजर आए तहसीलदार खीम सिंह बिष्ट।