यात्रियों को समस्या होगी खत्म, दून, हरिद्वार, मसूरी-टिहरी के बीच चलेंगी निजी बसें, प्रस्ताव तैयार
दून संभाग के राष्ट्रीय राजमार्गों को अधिसूचित राजमार्गों की सूची से बाहर किया गया है। इस कारण देहरादून समेत आसपास के कई जिलों के मध्य प्राइवेट बसें मेन रूट से जाएंगी।
इसके चलते यात्रियों को समस्या हो रही थी। लेकिन अब निजी बसों का संचालन हो सकेगा। इसका प्रस्ताव तैयार हो चुका है। 16 अक्तूबर को कमिश्नर की अध्यक्षता में होने वाली संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लग जाएगी। दून से ऋषिकेश, मसूरी जाना हो या हरिद्वार-टिहरी, निजी बसों को मुख्य मार्गों पर चलने की अनुमति नहीं थी।
अब दून संभाग के राष्ट्रीय राजमार्गों को अधिसूचित राजमार्गों की सूची से बाहर किया गया है। इस कारण देहरादून समेत आसपास के कई जिलों के मध्य प्राइवेट बसें मेन रूट से जाएंगी। आरटीओ प्रशासन सुनील शर्मा ने बताया कि नेशनल हाईवे पर 15 बस सेवाओं को अनुमति देने की तैयारी है। इससे मुख्यतया पांच रूटों को लाभ मिलेगा। मैदानी क्षेत्रों में हरिद्वार, ऋषिकेश से देहरादून के मध्य प्राइवेट बसों का संचालन मुख्य मार्गों से नहीं हो पा रहा था। दून से हरिद्वार जाने वाली बस चीला नहर की पटरी से होकर गुजरती थी।
दून से ऋषिकेश के लिए जाने वाली बस जौलीग्रांट के बजाय थानो होकर वैकल्पिक मार्ग से जाती थी। देहरादून से मंसूरी के लिए निजी बसों को चलने की अनुमति नहीं थी। इसी वजह से शटल सेवा का संचालन नहीं हो पा रहा था। अब यह सभी बसें अनुमति मिलते ही मुख्य मार्गों से जा सकेंगी। हरिद्वार को भी इस व्यवस्था से काफी लाभ मिलेगा।
भगवानपुर से झबरेड़ा-मंगलौर के बीच बसों का संचालन नेशनल हाईवे पर हो सकेगा। इसी तरह मंगलौर से लखनौता के बीच का ब्लाकेज खुलेगा। हरिद्वार से लक्ष्मण झूला के लिए भी सीधे बस जा सकेगी। हरिद्वार से नरेंद्र नगर, टिहरी, घनसाली के लिए भी निजी बसों को मेन रूट पर चलाया जाएगा