टिहरी बांध की झील से प्रभावित भल्ड गांव के ग्रामीणों की लंबे समय से विस्थापन करने की मांग चली आ रही है। इसके चलते ग्रामीणों ने थक हार कर भल्ड गांव के समीप टिहरी झील के किनारे अनिश्चितकालीन धरने पर ग्रामीण बैठ गए हैं। इस दौरान मौके पर चिन्यालीसौड़ के तहसीलदार भी पहुंचे लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें बैरंग लौटा दिया। ग्रामीणों ने कहा कि टिहरी बांध की झील का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और इसी झील में वह जल समाधि लेने को लेकर भी ग्रामीण मजबूर होंगे।
उन्होंने कहा कि टिहरी बांध की झील से ग्रामीणों के मकानों में दरारे पड़ गई है। कई ग्रामीणों के मकान तो जमीदोज तक हो गए हैं इसके चलते ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। उन्होंने कहा कि THDC और पुनर्वास शिदेशालय सिर्फ सर्वे तक ही सिमट है। उन्होंने कहा कि कई बार THDC व पुनर्वास निदेशालय के चक्कर ग्रामीण काट काट के थक चुके हैं। लेकिन ग्रामीणों का विस्थापन को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा जिसके चलते मजबूरन ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर और जल समाधि लेने को मजबूर हैं।