राज्य में हुई वन आरक्षी पदों की भर्ती परीक्षाओं में अनियमितताओं के विरोध में शुक्रवार को एनएसयूआई के कार्यकार्ताओं ने कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर धरना दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर परीक्षा रद्द कर नई परीक्षा तिथियों के निर्धारण की मांग उठाई है। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने मामले में कार्रवाई न होने पर राज्यव्यापी आंदोलन शुरु करने की चेतावनी दी है।
शुक्रवार को एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी के नेतृत्व में कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जहां कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार, मुख्यमंत्री और वन मंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन कर धरना दिया। यहां आयोजित सभा में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। परीक्षाओं में अनियमितताओं की बात सामने के आने के बाद भी सरकार परीक्षा रद्द करने को लेकर टाल मटोल कर रही है। जिससे परिक्षाओं में हुई अनियमितता में सरकार आरोपी का पक्ष लेती प्रतीत हो रही है। जिसे लेकर राज्यभर के बेरोजगारों में नाराजगी का माहौल है। कहा कि यदि सरकार की ओर यदि मांगों पर शीध्र न्यायोचित्त कार्रवाई नहीं की जाती तो एनएसयूआई बेरोजगार युवाओं को साथ लेकर क्रमबद्ध आंदोलन शुरु कर देगी। वही उन्होंने महाविद्यालयों में रिक्त प्रवक्ताओं की तैनाती की भी मांग उठाई है। इस मौके पर संगठन के जिलाध्यक्ष संदीप नेगी, सूर्य प्रकाश पुरोहित, अभिषेक नेगी, विपिन फरस्वाण, मनोज बिष्ट, प्रियंका, विनीता, अनामिका, गुरप्रित, दीप्ती और नितिन खनेड़ा आदि मौजूद थे।