*श्री राम लीला संचालन समिति के तत्वाधान में बारहवे दिन सीता हरण, शबरी मिलन, सुग्रीव मित्रता, लंका दहन की लीला का मंचन किया गया। वृंदावन से आए कलाकारों ने सुंदर प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
*(जय श्री राम)*
*बाहरवें दिन विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद बारहवे दिन की लीला का शुभारंभ हुआ। श्री बाल कृष्ण लीला संस्थान वृंदावन के कलाकारों ने सीता हरण, शबरी मिलन, सुग्रीव मित्रता, लंका दहन आदि की लीला का सुंदर मंचन किया। मंचन के दौरान कोविड 19 की गाइडलाइन्स का पालन किया गया। भगवान श्री राम के पद चिन्हों पर चलने से ही जीवन का उद्धार सम्भव है। भगवान श्रीराम मायावी सोने के मारीच को लाने के लिए वन में गए। लखनलाल सीता माता की कुटिया के बाहर लक्ष्मण रेख खीच कर भगवान राम के पीछे वन में चले गए। रावण ने साधु के भेष में आकर सीता माता का हरण कर लिया। मंच का संचालन एडवोकेट अमित रस्तोगी ने किया। इस अवसर श्री रामलीला संचालन समिति के संयोजक राकेश त्यागी, एमपी तिवारी, सुरेश जैन, राजेन्द्र चौहान, भीमसेन गर्ग, एडवोकेट अमित रस्तोगी, पवन अग्रवाल, सुरेश अग्रवाल, आशीष पांडेय, दीपचंद्र कौशल, अजय कौशल, सौरभ सक्सेना, शिवपाल सिंह चौहान, अनिल गुप्ता, मनोज अरोरा, नीरू गुप्ता, महिपाल सिंह चौहान, रमेश यादव, भगवान सिंह भंडारी, सुरेंद्र चौहान, नरेश ठाकुर, धर्मा देवी, नीरज गुप्ता, प्रेमवती रस्तोगी, पूनम सक्सेना, कलावती, शकुंतला, माया देवी आदि लोग उपस्थित रहे।*