प्रेमनगर क्षेत्र में हुई वृद्ध महिला के ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करते हुए पुलिस ने पड़ोसी को गिरफ्तार कर लिया। पैसों की तंगी के चलते आरोपी ने वृद्ध महिला से कर्जा मांगा था, महिला के मना करने पर पड़ोसीने तैश में आकर महिला की हत्या कर दी।
मामले का खुलासा करते हुए डीआईजी/एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि 12 अप्रैल की शाम को थाना प्रेमनगर पुलिस को सूचना मिली कि विंग नं.-1 क्षेत्र में एक महिला अपने घर में मृत अवस्था में पड़ी है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने मौके पर पहुंच कर देखा कि मंजीत कौर पत्नी दलजीत सिंह नाम की महिला अपने कमरे में फर्श पर मृत अवस्था में पड़ी थी। जिसे देखने पर पता चला कि उसकी हत्या धारदार हथियार से गला रेतकर की गयी थी। जिसके बाद पुलिस ने घटना की सूचना महिला के परिजनों को दी और मृतका की पुत्री इन्द्रप्रीत कौर द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
एसएसपी ने बताया कि जांच के दौरान प्रकाश में आया कि महिला की दो पुत्रियां जिनका नाम जसविंदर कौर व इन्द्रप्रीत कौर है तथा वे दिल्ली व फरीदाबाद में निवासरत हैं और वहीं पर अपना व्यवसाय करती हैं। पुलिस को जानकारी मिली कि मृतका ब्याज पर पैसे देने का काम भी करती थी। जिस पर पुलिस ने इस दिशा में जांच का रूख मोड़ दिया। इस बीच सीसी कैमरे खंगालने पर पुलिस ने पाया कि घटना वाले दिन एक संदिग्ध व्यक्ति मृतका के घर की ओर जाता हुआ दिखाई दिया, जिस पर पुलिस ने उसे देर शाम हिरासत में ले लिया। जिसका नाम पंकज शर्मा उर्फ बंटी पुत्र स्व. रमेश चन्द्र शर्मा है।
पूछताछ के दौरान पंकज ने बताया कि उसने वर्ष 2010 में मौहल्ले में ही परचून की दुकान खोली थी जो कि कुछ खास नहीं चलती थी तथा कोरोना काल में दुकान पूर्ण रूप से बंद हो गयी थी तथा आय का साधन खत्म हो गया था। उसने बताया कि मेरे पास अपने पुत्र की स्कूल की फीस जमा करने के पैसे भी नहीं थे, मुझे पैसों की सख्त जरूरत थी, जिस कारण मैने 2022 में बन्धन बैंक से 80,000 रूपये का लोन लिया, जिसमें मेरे पडोस मे रहने वाली महिला सीमा लाम्बा द्वारा मेरी मदद करते हुए 10,000 रूपये चुकाये थे। सीमा मेरी लोन पार्टनर भी थी, हम दोनो के द्वारा बन्धन बैंक के अलावा यूनियन बैंक से भी लोन उठाया गया था, इसके अतिरिक्त अन्य जगहों से लिये गये कर्ज की किस्तें भी मेरे द्वारा चुकाई जा रही थीं।
पंकज ने बतराया कि मेरे द्वारा कुछ पैसा सीमा से भी उधार लिया गया था। सीमा को वृंदावन जाना था, इसलिये वह लगातार मुझसे अपना पैसा वापस मांग रही थी। जिस पर मैं घटना के दिन सुबह मंजीत कौर के पास पैसा उधार मांगने गया पर उसने मुझे पैसा देने से साफ इंकार कर दिया। उसके पश्चात टेंशन में मैंने दोपहर में शराब पी तथा शाम को करीब 6ः30 से 7ः00 बजे के बीच दोबारा मंजीत कौर के घर पैसा मांगने गया। उस समय मंजीत कौर अपने घर में सब्जी काट रही थी, मेरे द्वारा पुनः पैसा मांगने पर उन्होने पैसा देने से इंकार कर दिया जिस पर मैने टेबल पर पड़े सब्जी काटने वाले चाकू से उनके गले पर वार कर उनकी हत्या कर दी। जिसके बाद मैं अपने घर आ गया और घटना के समय पहने कपड़ों को छत पर जाने वाली सीढीयों के नीचे छुपा दिया व चुपचाप सामान्य तरीके से रहने लगा।
पुलिस ने पंकज की निशानदेही पर घटना के समय पहने हुए उसके रक्त रंजित वस्त्र, चाकू सहित अन्य सामान बरामद कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।