देहरादून: पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा, पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद में काफी वृद्धि होगी। यात्रा के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पंजीकरण कर रहे हैं। यात्रा शुरू होने से पहले ही यात्रा मार्गों पर जीएमवीएन के गेस्ट हाउसों की बुकिंग में लगातार इजाफा हो रहा है।
इसको देखते हुए संभावना है कि इस बार भी चारधाम यात्रा पिछले वर्ष के 56.31 लाख श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड तोड़ेगी। महाराज ने बताया, चारधाम यात्रा से पूर्व यात्रा मार्गों पर गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउसों में 22 फरवरी 2024 से अब तक आठ करोड़ रुपये से अधिक की बुकिंग को चुकी है। यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।
यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 15 अप्रैल से पंजीकरण शुरू किया गया। अभी तक 14.89 लाख श्रद्धालुओं ने पंजीकरण किया है। इसमें गंगोत्री धाम के लिए 27,3691, यमुनोत्री 2,49,864, केदारनाथ 5,12,976, बदरीनाथ 4,29,949 और हेमकुंड साहिब के लिए 22,961 पंजीकरण हो चुके हैं। बताया, चारधाम यात्रा के लिए राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद मुख्यालय में स्थापित किया गया है, जो पूरे यात्राकाल के दौरान संचालित रहेगा।
प्रतिदिन सुबह सात बजे से रात 10 बजे तक संचालित कंट्रोल रूम वर्तमान में भी संचालित है। महाराज ने कहा, पर्यटकों और यात्रियों को देव दर्शनों के दौरान लंबी कतारों एवं अधिक समय तक प्रतीक्षा न करनी पड़े। इसके लिए धामों के दर्शन के लिए टोकन व स्लॉट की व्यवस्था शुरू की गई है। पंजीकरण, टोकन, सत्यापन व्यवस्था के लिए कार्यरत एजेंसी संग पर्यटन विभाग के अफसरों द्वारा धामों का स्थलीय निरीक्षण प्रशासन, पुलिस अफसरों के साथ स्थान का चयन भी प्रस्तावित है।
इस व्यवस्था के लागू होने पर किसी भी यात्री को कतार और लाइन में एक घंटे से अधिक का इंतजार नहीं कराना होगा। यात्रा काल में 115 उपनल और पीआरडी के माध्यम से पर्यटक सुरक्षा, सहायता मित्रों की तैनाती की जा रही है।
यात्रा मार्गों पर वर्तमान में सुलभ इंटरनेशनल संस्था के माध्यम से 1,584 सीटों वाले 147 स्थायी शौचालयों की व्यवस्था है। इसके अलावा गंगोत्री व यमुनोत्री मार्ग पर 82 स्टील फ्रेम शौचालय, जनपद रुद्रप्रयाग के तहत विभिन्न स्थलों पर निर्मित कुल 251 सीट, जनपद चमोली के यात्रा मार्ग पर 60 सीट एवं हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर 80 स्टील फ्रेम शौचालय स्थापित हैं।