जोशीमठ
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल भरत सिंह रावत अ प्रा ने जोशीमठ पहुँच कर भूतपूर्व सैनिकों एवम उनके आश्रितों की समस्या सुनी।उन्होंने कहा केन्द्रीय सैनिक बोर्ड व राज्य सैनिक बोर्ड की विभिन्न योजनाओ का लाभ अंतिम भूतपूर्व सैनिकों तक पहुचाना उनका लक्ष्य है। भूतपूर्व सैनिकों ने उनके सामने बच्चो की शिक्षा सीएसडी कैंटीन की समस्या रखी।उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों को स्वरोजगार अपनाकर औरो को भी रोजगार देने की अपील की ।उन्होंने दुग्ध व्यवसाय कर रहे मनोज रावत की सराहना की कहा की दुग्ध व्यवसाय से कई लोगों को रोजगार दे रहे है ।उन्होंने कहा कि आज स्वरोजगार के लिए कई योजनाएं आ रही है।जिसका लाभ भूतपूर्व सैनिकों को उठाना चाहिए।इसके बाद वे राजकीय स्नातककोतर महाविद्यालय जोशीमठ में युवाओं को भारतीय सेना में शामिल होने की प्रेरणा बिषय पर कैरियर काउसिलिंग कार्यशाला में भाग लिया।उन्होंने युवाओं को भारतीय सेना भर्ती, सर्जीकल स्ट्राइक ,सेना के विभिन्न कोरों में भर्ती होने के बारे में बताया।उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो में प्रतिभाओ की कमी नहीं जागरूकता की कमी के चलते वे आर्मी ऑफिसर नहीं बन पाते है।उन्होंने पहाड़ के प्रतिभाशाली युवाओं को सेना में ऑफिसर बनने के बारे में बताया।उन्होंने भारतीय सेना के गौरवशाली एवमं शौर्यतापूर्ण इतिहास से युवाओं को बताया।इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एल बी अग्निहोत्री ने कहा कि हमारी सेना का इतिहास गौरवमयी रहा है।हमारी सेना की शौर्यता एवं पराक्रम जगजाहिर है।कैरियर काउंसिलिंग प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ जी के सेमवाल ,भागवत प्रसाद थपलियाल, डॉ सुमन सिंह राणा, डॉ विनोद रावत, डॉ एम के नोटियाल, रणजीत मर्तोलिया, मंजीत सिंह रमेश चंद्र मौगुद थे।