बलबीर परमार
उत्तरकाशी । उत्तरकाशी में राजनीति सरगर्मी में जुबानी जंग तेज हो गयी है। परत दर परत जनता के सामने भ्रस्टाचार की परतें खुदवा खुद ही खुलती जा रही है। जंहा लोक संघर्ष मोर्चा ने सूचना अधिकार का हवाला देते हुए बीजेपी पे आरोप लगाए थे। वंही दूसरी और कांग्रेस ने नमामि गंगे योजना पर सवाल खड़े करते हुए घाट पर धरने पर बैठ गयी थी।
अब उत्तरकाशी बीजेपी ने प्रेस वार्ता कर पहले लोक संघर्ष मोर्चा पर जुबानी हमला करते हुए कई आरोप लगाए है। बीजेपी ने लोक संघर्ष मोर्चा को कांग्रेस की बी टीम कहा है।
साथ कहा कि यह मोर्चा विभागों पर दबाव की राजनीति कर रही है। आज अगर विभागों के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे है वंही दूसरे दिन अपने अपने ठेकेदारों को ठेके दिलाने की मांग की जा रही है। बीजेपी ने लोक संघर्ष मोर्चा से जुड़े लोगों पर कई भस्टाचार के आरोप लगाए है।यंहा तक कि सांसद निधि में अपने निजी काम करवाने के भी आरोप लगाया है। साथ कहा कि लोक संघर्ष मोर्चा के संयोजक सांसद निधि से बने गोरसाली गाँव मे वाचनालय को अपने ही घर बना जनता के सुविधा को हड़पा है। जिसकी जाँच की वह मांग करेंगे। बीजेपी ने ऐसे कई आरोप लोक संघर्ष मोर्चा से जुड़े लोगों पर लगाए है। जो कई सवाल खड़े करते है। वंही नमामि गंगे के तहत बन रहे घाटो पर बीजेपी पर लगाये गए आरोप के बाद बीजेपी ने कहा कि नमामि गंगे के तहत बन रहे घाट में केदारघाट पर कांग्रेस से जुड़े व्यक्ति और डुंडा घाट लोक संघर्ष से जुड़े व्यक्ति कार्य करा रहे है। जिसकी गुणवर्ता भी काफी खराब है। जिसकी जांच की वो प्रसासन से शिकायत करेंगे। दूसरी और गंगा नदी में बह रहे सीवर पर कांग्रेस के धरने को बीजेपी और बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष विजय संतरी ने नोटंकी करार दिया है। बीजेपी का कहना है कांग्रेस ने 2013 की आपदा के बाद इस पर अच्छे से काम कर सकती थी लेकिन सिर्फ ठेकेदारी पर काम किया गया और गंगा हाल सबके सामने है। पांच साल बाद गंगा की याद कांग्रेस को आते दिख रही है। जिस तरह से कांग्रेस अब ड्रामेबाजी कर रही है वह कांग्रेस की बोखलाहट को दिखाता है। कुल मिलाकर जिस तरह से आरोप का दौर उत्तरकाशी में शुरू हुआ है उससे राजनीति से जुड़े लोगों के कपड़े आनेवाले दिनों में उतरने अभी बाकी है।
अरण्यरोदन टाइम्स