नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट अपनी कुछ हिस्सेदारी दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट को बेचने जा रही है। फ्लिपकार्ट में 70 फीसदी हिस्सेदारी खरीने के लिए वॉलमार्ट 16 अरब डॉलर (करीब 11 खरब रुपए) से अधिक रकम खर्च करेगी। फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट के बीच आज यह डील हो सकती है। सौदे में वॉलमार्ट 2-2.5 अरब डॉलर का प्राइमरी इन्वेस्टमेंट करेगा, जिसका इस्तेमाल फ्लिपकार्ट अपना बिजनस बढ़ाने में करेगा। सूत्रों के मुताबिक प्राइमरी इन्वेस्टमेंट में गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट भी भागीदारी करेगी। उनका कहना है कि वह फ्लिपकार्ट में 1 अरब डॉलर (67 अरब रुपये) का निवेश कर सकते हैं।
प्रस्तावित डील के मुताबिक, फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक बिनी बंसल नए चेयरमैन और ग्रुप सीईओ हो सकते हैं। यह जानकारी दूसरे सूत्र ने दी है। फिलहाल फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति हैं और वह इसी भूमिका में बने रहेंगे। फ्लिपकार्ट में 5.5 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले मौजूदा चेयरमैन सचिन बंसल अपने सभी शेयर बेचकर कंपनी से निकल जाएंगे। सचिन और बिनी बंसल रिश्तेदार नहीं हैं। ऊपर जिन सूत्रों का जिक्र किया गया है, उनमें से एक ने बताया, वॉलमार्ट भारतीय कंपनी के 10 सदस्यों वाले बोर्ड में तीन डायरेक्टर और चीफ फाइनैंशल ऑफिसर नियुक्त कर सकता है।