अल्मोड़ा। अगर दिल में कुछ नया करने की तमन्ना होते तो ये बात इन दोनों दो सगे भाइयों युवराज जोशी और यथार्थ जोशी से सीखनी चाहिए। उन्होंने कुछ ऐसा किया कि दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे प्रदेश के युवाओ ने एक और नया कारनामा कर इतिहास रचा दिया है। यह इतिहास अल्मोड़ा के तल्ला जोशी खोला निवासी दो सगे भाइयों युवराज जोशी और यथार्थ जोशी ने रचा है। दोनों भाइयों ने पेपर मैशे (लुगदी) से 33 दिन में कुछ ऐसा बना दिया, जिससे दुनिया उनकी कला को स्लैम कर रही है।
ग्राफिक एरा देहरादून से बीटेक कर रहे दोनों भाइयों ने 750 किलो रद्दी कागज और 85 लीटर गोंद का इस्तेमाल कर महात्मा गांधी, सरदार बल्लभ भाई पटेल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की 4.2 मीटर ऊंची प्रतिमाएं बनाकर इतिहास रच दिया है। छात्रों ने मैक्सिको में लुगदी से बनी विशाल प्रतिमाओं का रिकॉर्ड तोड़ने का दावा किया है। ग्राफिक एरा ने दोनों भाइयों को उनकी इस उपलिब्ध के लिए 51 हजार रुपये के पुरस्कार देने की घोषणा की है। इसके अलावा संस्थान दोनों को एमटेक और पीएचडी मुफ्त में कराएगा। इन प्रतिमाओं का लोकार्पण बृहस्पतिवार को देहरादून स्थित ग्राफिक एरा संस्थान में अपर सचिव दीपेंद्र कुमार चैधरी ने किया।
कार्यक्रम में अल्मोड़ा से छात्रों के माता-पिता को भी आमंत्रित किया गया था। तल्ला जोशी खोला निवासी रजनीकांत जोशी और चंपा जोशी ने बताया कि उनके दोनों बेटों युवराज और यथार्थ ने 33 दिनों में उक्त प्रतिमाएं बनाई हैं। रजनीकांत जोशी ने बताया कि बच्चों की उपलब्धि पर ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला ने दोनों छात्रों को 51 हजार रुपये नगद पुरस्कार के साथ ही एमटेक और पीएचडी स्पांसर करने की घोषणा की है। छात्रों की उपलब्धि पर उन्हें बढियाँ देने वालों का ताँता लगा हुआ है।

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