गैरसैंण को काॅर्पोरेट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की कवायत शुरू हो गयी है। शुक्रवार को जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने भराडीसैंण में सभी संबधित अधिकारियों की बैठक लेते हुए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के लिए शीघ्र मास्टर प्लान तैयार करते हुए कार्य शुरू कराने के निर्देश दिये है। इस दौरान जिलाधिकारी ने भराडीसैंण हैलीपैड के निकट हिल विलेेज की स्थापना के लिए प्रस्तावित भूमि का स्थलीय निरीक्षण कर डिजिटल मैप तैयार करने के भी निर्देश दिये। चमोली जिले में 13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन के तहत गैरसैंण-भराडीसैंण को टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने हेतु चयनित किया गया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि भराडीसैंण को कोर्पोरेट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए यहाॅ भरपूर सम्भावनाएं है। कहा कि अधिक से अधिक पर्यटक यहाॅ के नैसर्गिंग सौन्दर्य का आनंद ले सके, इसके लिए सुनियोजित तरीके से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने भराडीसैंण व आसपास के गांवों में अधिक से अधिक लोगों को होमस्टे के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश जिला पर्यटन विकास अधिकारी को दिये, ताकि यहाॅ आने वाले पर्यटकों को ठहरने की पर्याप्त व्यवस्था हो और स्थानीय लोगों को इससे अच्छा स्वरोजगार मिल सके। उन्होंने स्थानीय स्तर पर तैयार क्राफ्ट, फूड व स्थानीय उत्पादों को भी मास्टर प्लान में शामिल कर हाॅट बाजार में लोकल स्तर पर भी दुकानें आवंटित करने को कहा। पर्यटकों को यहाॅ की संस्कृति और परम्परों की जानकारी मिल सके इसके लिए लोकल सोसाइटी को होमस्टे में आवश्यक व्यवस्थाऐं प्लान में शामिल करने को कहा।

जिलाधिकारी ने भराडीसैंण व इसकेे आसपास के सभी पर्यटक स्थलों को एक सर्किट के रूप में विकसित करने के लिए विस्तृत प्लान तैयार करने के भी निर्देश जिला पर्यटन विकास अधिकारी को दिये। कहा कि दूधातोली, बैनीताल, घनियाल देवता मंदिर व आसपास के सभी पैदल ट्रैकों में पर्यटक सुविधाएं विकसित कर भराडीसैंण को एक अच्छा टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में तैयार किया जा सकता है। कहा कि भराडीसैंण में काॅर्पोरेट डेस्टिनेशन के तहत व्यू-प्वांइट, मेडिटेशन सेन्टर, हर्बल गार्डन, हिल विलेज, इको-हट, वैम्बों हट, ट्रैक रूट, होमस्टे, हाॅट बाजार आदि पर्यटक सुविधाएं विकसित की जानी है। यहाॅ आने वाला हर पर्यटक आसपास के पर्यटक स्थलों में भी पहुॅचे इसके लिए अभी से सुविधाओं को विकसित किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने लोनिवि, वन, उद्यान, कृषि, पर्यटन आदि विभागों को आपसी समन्वय बनाकर पैदल ट्रैक रूटों का सौन्दर्यीकरण हेतु कार्ययोजना तैयार करने को कहा। उन्होंने आर्किटैक्ट को डेस्टिनेशन की पूरी डिजायनिंग तैयार करते हुए शीघ्र डीपाआर तैयार करने के निर्देश दिये।

इस दौरान संयुक्त मजिस्ट्रेट रोहित मीणा, सीटीओ वीरेन्द्र कुमार, जिला पर्यटन विकास अधिकारी बृजेन्द्र पाडेय, आर्किटेक्ट असुंल जोशी, एसडीओ शिव लाल, तहसीलदार दर्शन लाल मैठाणी, ईई लोनिवि महिलपाल सिंह रावत, जीएमवीएम के प्रबन्धक दीपक रावत, ईओ नगर पंचायत गैरसैंण आदि अधिकारी उपस्थित थे।

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