Home उत्तराखण्ड घर में घुसकर बदमाशों ने पत्नी को उतारा मौत के घाट, की...

घर में घुसकर बदमाशों ने पत्नी को उतारा मौत के घाट, की लूटपाट

446
0
SHARE

रुद्रपुर/हल्द्वानी। महानगर में गंगापुर रोड स्थित सर्वेश्वरी कालोनी में बीती रात बदमाशों ने सिडकुल की ईडन मोटर्स लिमिटेड में प्रोडक्शन मैनेजर के घर को निशाना बनाते हुए उनकी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया और गृहस्वामी व उसकी डेढ़ वर्ष की बेटी को गंभीर रूप से घायल कर दिया तथा घर में लूटपाट की। बदमाश कितना माल ले गए इसका खुलासा गृहस्वामी के होश में आने के बाद हो सकेगा। बदमाश हल्द्वानी और रुद्रपुर की सिंह कालोनी में हुई वारदात की तर्ज पर ग्रिल खोल कर घर में घुसे थे। घटना की जानकारी सुबह आठ बजे तब हुई जब घर में काम करने वाली नौकरानी पहुंची। घटना की सूचना पर एसएसपी, एसपी क्राइम, एसपी सिटी, सीओ सिटी ने मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया।
गंगापुर रोड पर सेंट मेरी स्कूल के सामने सर्वेश्वरी इंक्लेव कालोनी स्थित है, जिसमें तकरीबन 30 मकान बने हैं। इस कालोनी में सिडकुल की मिंडा की सहयोगी ईडन मोटर्स लिमिटेड में बतौर प्रोडक्शन हेड कार्य करने वाले 38 वर्षीय पंकज श्रीवास्तव अपनी पत्नी व दो बेटियों के साथ रहते हैं। बीती रात किसी पहर बदमाशों ने उनके घर पर धावा बोल दिया। बदमाश किचिन की ग्रिल खोल कर घर में घुसे। दंपति अपनी बेटी के साथ एक कमरे में सो रहे थे, जिसमें एसी चल रहा था। बदमाशों ने उनके कमरे में प्रवेश किया और किसी वजनदार वस्तु जो लोहे की रॉड हो सकती है से पंकज की 33 वर्षीय पत्नी अपर्णा प्रिया के सिर पर वार करके उसे मौत के घाट उतार दिया। पंकज के सिर पर भी गंभीर चोट है। बदमाशों ने उनकी डेढ़ वर्ष की पुत्री अक्षिता को भी नहीं बख्शा और उस पर भी हमला किया। अक्षिता को फे्रक्चर भी बताया गया है। घर के दोनों कमरों का सारा सामान बिखरा पड़ा था, जिससे लूटपाट की होने की पुष्टि हो रही है। मौके पर मौजूद फुटप्रिंट इस बात की गवाही दे रहे हैं कि बदमाशों का विरोध हुआ होगा। बदमाश पंकज व उनकी पुत्री को अचेतावस्था में छोड़ गए। माना जा रहा है कि बदमाश घर से नकदी व जेवरात ले गए हैं, लेकिन माल कितना गया है इसकी पुष्टि पंकज के होश में आने पर होगी।
रात में हुए मर्डर व लूटपाट की घटना का किसी पड़ोसी तक को पता नहीं चल सका। शनिवार की सुबह आठ बजे घर में झाड़ू पौछा करने वाली ठाकुरनगर निवासी शिखा पत्नी गनेश जब पंकज श्रीवास्तव के घर पहुंची तो उसने घंटी बजाई, लेकिन दरवाजा नहीं खुला। फिर उसने देखा कि किचन की ग्रिल नहीं है तो उसे किसी अनहोनी की आशंका हुई तो उसने पड़ोस में रहने वाले डीएम के गनर राजेश यादव को व दूसरे पड़ोसी बैंक अफसर को बताया। राजेश यादव ने अंदर जाकर देखा तो अपर्णा प्रिया मृत हालत में बैड पर पड़ी थी। उसके सिर से काफी खून बह चुका था। साथ ही उसकी लाश के ऊपर सारा सामान फैला हुआ था। पंकज श्रीवास्तव नीचे अचेतावस्था में पड़े थे। जिस पर उन्होंने पुलिस को घटना की सूचना दी। आनन फानन में पुलिस कप्तान डा. सदानंद शंकर राव दाते, एसपी क्राइम कमलेश उपाध्याय, एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा, एएसपीध्सीओ सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, कोतवाल कैलाश भट्ट, एसओजी प्रभारी तुषार बोरा मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने घायल पंकज श्रीवास्तव व अक्षिता को मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया। जिन्हें आईसीयू में रखा गया है। हालांकि दोनों घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई गई है, लेकिन पंकज श्रीवास्तव अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है। एसएसपी ने बताया कि घटना का मुकदमा डकैती की धारा में दर्ज किया जा रहा है। महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। लुटेरे जल्दी में रहे होंगे। शायद यही वजह है कि लुटेरों ने लाश पर अलमारी का सारा सामान निकाल कर रखा। बदमाशों ने मोबाइल को भी हाथ नहीं लगाया। यही नहीं पंकज श्रीवास्तव की जेब में रखे 2860 रुपये भी नहीं छुए। शायद उन्हें जेब तलाशने का मौका नहीं मिला होगा।
रात भर पुलिस करेगी गश्त
एसएसपी डा. सदानंद शंकर राव दाते ने बताया कि हल्द्वानी की तर्ज पर दुखद घटना हुई है। यह घटना पुलिस के लिए चेलेंज है। बताया कि दोनों जिलों की टीमें संयुक्त रूप से टीमें बना कर घटना का शीघ्र खुलासा करेगी। उन्होंने कहा कि लोगों को सुरक्षा के प्रति जागरूक होना पड़ेगा। खासतौर पर सामथ्र्यवान लोग सीसीटीवी कैमरे लगाएं। कालोनियों में सुरक्षा गार्ड रखें। अपने कमरों को अंदर से लॉक करके सोयें। कहा कि यदि कहीं कोई संदिग्ध व्यक्ति रहता हो तो उसकी जानकारी पुलिस को दें। उन्होंने कहा कि पुलिस रात भर जाग कर गश्त करेगी।
एसएसपी ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए वह टीमें गठित कर रहे हैं, चूंकि ठीक इसी प्रकार की घटना हल्द्वानी में हुई है इसलिए दोनों जिलों की पुलिस सामंजस बना कर काम करेगी। उन्होंने कहा कि सर्वेश्वरी कालोनी में जो घटना हुई है वह दुस्साहसपूर्ण है, जिसे पुलिस चुनौती के रूप में लेकर इसका खुलासा करेगी। बताया कि इस घटना में पेशेवर अपराधियों का हाथ हो सकता है। इस तरह की वारदातें बावरिया गिरोह करता है। उसी तरह का कोई गिरोह है। बताया कि घायल प्रोडेक्शन मैनेजर पंकज श्रीवास्तव व उनकी डेढ़ वर्ष की बेटी अक्षिता को लेकर उनकी डाक्टर से बात हुई है और दोनों ही हालत खतरे से बाहर है। कहा कि वह घायलों को देखने जा रहे हैं। एसएसपी ने कहा कि हर हाल में घटना का खुलासा किया जाएगा। एसएसपी के निर्देश के बाद पुलिस ने संदिग्धों की धरपकड़ शुरू कर दी है। खासतौर पर यहां रहे तेज तर्रार दारोगाओं को बुलाया गया है।
एसएसपी ने मौके पर डॉग स्क्वायड को बुलाया। डॉग स्क्वायड घर के समीप खेतों की ओर गया, जहां से घूम कर सड़क पर आने वाले रास्ते की ओर आकर रुक गया। यानि डॉग स्क्वायड ने इतना संकेत तो दिया कि बदमाश लूटपाट करने के बाद कालोनी के आगे जंगल की ओर जाकर वहां से सड़क पर गए होंगे। इसके अलावा डॉग स्क्वायड कोई सुराग नहीं दे सका। पुलिस ने आस पास में काम कर रहे श्रमिकों की लिस्ट बनानी शुरू कर दी है। फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची। फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट ने फुट व फिंगर प्रिंट सहेजे। हालांकि फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम काफी देर से पहुंची। हालांकि टीम ने पुलिस कप्तान को सफाई दी कि उनका चालक दूर रहता है, जिस कारण आने में देर हुई।

नानी के घर होने से बच गई बड़ी बेटी पंखुड़ी
पंकज श्रीवास्तव की सात वर्षीय बेटी पंखुड़ी अपने नाना शशिशेखर के घर घूमने गई थी, जिस कारण वह बदमाशों के कहर से बच गई। हालांकि उस मासूम को अभी यह नहीं पता था कि उसके सिर से मां का साया उठ चुका है। पंखुड़ी अपने नाना नानी के साथ घटनास्थल पर पहुंची भी, लेकिन वह वारदात से अंजान थी। हालांकि शशि शेखर व उनकी पत्नी का रो रोकर बुरा हाल था। शशिशेखर मूल रूप से सिबान (छपरा) बिहार के ग्राम हरदिया के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि उसका बेटा अमित भी दामाद पंकज श्रीवास्तव के साथ ईडन मोटर्स में काम करता है। बेटी के आग्रह पर ही वह बिहार से यहां आ गए थे। वह दक्ष कालोनी के समीप रह रहे हैं।
एसएसपी डा. सदानंद दाते जब मौके पर पहुंचे तो उन्होंने बिलख रहे मृतका के भाई अमित को सीने से लगाकर उसे सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि इस समय वह परिवार को संभाले। पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार कर लेगी। अमित ने बताया कि अपर्णा पांच भाई बहनों में सबसे बड़ी थी और वह उसे छोड़ कर हमेशा के लिए चली गई। सर्वेश्वरी इंक्लेव में कहीं भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा। घटना के बाद जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा खंगालने के लिए कालोनी के लोगों से बात की तो पता चला कि पूरी कालोनी में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। कालोनी में सुरक्षा सुरक्षा गार्ड है और न ही कालोनी की चाहरदीवारी है।

कालोनाइजर को महिला ने घेरा
डकैती की वारदात के बाद मौके पर पहुंचे कालोनाइजर को कालोनी की महिलाओं ने घेर लिया। उन्होंने कहा कि उनकी कालोनी की चाहरदीवारी तक नहीं कराई गई है। कालोनाइजर ने महिलाओं को समझा बुझा कर शांत किया। फिर महिलाओं ने कहा कि उनकी सुरक्षा के इंतजाम किए जाए। कहा कि वह समय समय पर कालोनी में आते रहें, जिससे लोगों की समस्याएं उन्हें पता चलती रहें। कालोनाइजर ने सुरक्षा गार्ड रखने को कहा था, लेकिन कालोनीवासी इसे लेकर एकमत नहीं हुए, जिस कारण सुरक्षा गार्ड नहीं रखा जा सके। कालोनाइजर ने 2012 13 में कालोनी काटी थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here