रुद्रपुर। दहेज के लालच में अंधे ससुरालियों ने पेट में पल रहे अपने ही घर के चिराग को न सिर्फ मार डाला। बल्कि अपनी बहू का गला रेत कर उसे जान से मारने की कोशिश भी की। वह सिर्फ कुछ रुपयों और सामान के लिए। मामले एक बार पुलिस ने समझौता भी कराया, लेकिन ससुराली प्रताडना की हदें पार करते रहे।
रेशमबाड़ी वार्ड चार निवासी रमेश श्रीवास्तव ने अपनी बेटी ज्योति की शादी प्रीतविहार निवासी अंकुश श्रीवास्तव पुत्र सूरज श्रीवास्तव से वर्ष 2017 में की थी। आरोप है कि शादी के एक माह बाद ही ससुराली दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। वह दहेज में एक लाख रुपये, टीवी और बाइक की मांग कर रहे थे। जब ज्योति अपने मायके से यह सब नहीं ला सकी तो ससुरालियों ने उसे मारना पीटना शुरू कर दिया। महिला हेल्प लाइन में दी तहरीर में ज्योति ने कहा कि दहेज के लिए उसे जान की धमकी दी जाती है। एक रोज उसे घर में कैद कर ससुरालियों ने बुरी तरह पीटा। ज्योति ने ससुरालियों को अपने गरीब मायके वालों को वास्ता दिया, लेकिन वह नहीं माने। इस बीत ज्योति गर्भ से हो गई। बावजूद इसके मारपीट का सिलसिला नहीं थमा। एक रोज फिर उसके साथ मारपीट हुई और अबकी इतना पीटा कि पेट में ही बच्चा मर गया। आरोप है कि ससुरालियों ने ब्लेड से उसका गला तक रेत डाला। हालांकि चिकित्सकों ने उसे बचा लिया। मामला रम्पुरा चैकी पहुंचा। जहां पुलिसवालों ने पारिवारिक मामला बता कर दोनों पक्षों के बीच लिखित सुलग करा दी और ज्योति फिर अपने ससुराल पहुंच गयी। जहां एक बार फिर वह प्रताडि़त की जाने लगी। ज्योति अब फिर से पुलिस के पास है और उसका कहना है कि वह एक बार तो किसी तरह बच गई, लेकिन अब अगर वह दोबारा ससुरालियों के पास गई तो वह लौट कर वापस नहीं आ पाएगी। ससुराली उसे जान से मार देंगे। ज्योति तहरीर देते हुए पूरे मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।