तकरीबन चार हजार रुपये की इस बोतल में 400 रुपये की रॉयल स्टैग की शराब भरकर बेची जा रही थी। आबकारी को जब इसकी भनक लगी तो सहस्रधारा क्रॉसिंग के पास एक मकान से पूरा जखीरा पकड़ा गया। यहां से आबकारी की टीम ने 150 पेटी शराब बरामद की है। इसके अलावा मौके से महंगे ब्रांड की खाली और भरी बोतलें बरामद हुई हैं। मौके से उत्तराखंड आबकारी के मोनोग्राम जब्त किए गए हैं। धंधा करने वाले के खिलाफ आबकारी ने मुदकमा दर्ज कर लिया है।
जिला आबकारी अधिकारी राजीव चौहान ने बताया कि काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि सहस्रधारा रोड क्षेत्र में एक जायसवाल नाम का व्यक्ति हरियाणा से शराब लाकर बेच रहा है। इस जानकारी के आधार पर सहस्रधारा क्रॉसिंग पर एक मकान में छापा मारा गया था। वहां पर भारी मात्रा में खाली और भरी हुई बोतलें पड़ी हुई थीं। टीम के आने से पहले ही यहां से लोग भाग गए। गोदाम में बहुत से उपकरण भी पड़े हुए थे, जिनसे बोतलों को खोला और बंद किया जाता था। कुल 150 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद हुई है।
पड़ताल के बाद पता चला कि ये सब हरियाणा और चंडीगढ़ से सस्ते ब्रांड की शराब लाते थे। इसके बाद इन्हें शिवास रिगल, जॉनी वॉकर, बैलेंटाइन्स, जे एंड बी, ग्लेनलिवेट, जेमसन आदि ब्रांड की बोतलों में भरकर बेचते थे। आबकारी ने दीपक जायसवाल नाम के व्यक्ति के खिलाफ मुदकमा दर्ज किया है। वह मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश में दबिश दी जा रही है। चौहान ने बताया कि दीपक के खिलाफ पहले के मामलों को भी खंगाला जा रहा है। जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
शादियों और पार्टियों में सप्लाई होती थी शराब
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि यह शराब शादियों और पार्टियों में 1500 से 2000 रुपये में सप्लाई की जाती थी। इसके अलावा ये लोग कहां-कहां इन्हें सप्लाई करते हैं इसकी जानकारी भी की जा रही है। ठेकों पर सप्लाई करने की जांच भी की जा रही है। इसके लिए अलग-अलग टीमें बनाकर जांच की जा रही है।
शराब का पुराना कारोबारी है दीपक जायसवाल
दीपक जायसवाल शराब का पुराना कारोबारी है। हालांकि, मौजूदा वक्त में उसके नाम जिले में कोई ठेका नहीं है लेकिन उसने कई अन्य नामों से दुकानें भी ली हुई हैं। ऐसे में हो सकता है कि यह सब जालसाजी कर वह इन बोतलों को इन ठेके पर भी सप्लाई कर रहा हो।