देहरादून। पंकज घूम रहा था अपने भाई के शव को कंधे में लेकर व नही समझ पा रहा था की क्या, कब, क्यूं ओर कैसे क्रियाक्रम करे, भाई के शव का। तभी उत्तराखंड पुलिस के दून चैकी पर ड्यूटी में तैनात कांस्टेबल सतीश मिश्रा व सते सिंह की नजर पंकज पर पड़ी जो अपने भाई के शव को लेकर यहाँ-वहाँ घूम रहा था, दोनों पुलिस कर्मियों द्वारा पंकज से पूछा गया कि आखिर बात क्या है, ऐसे क्यों घूम रहे हो? ओर तुम्हें कहाँ जाना है? पंकज ने बताया, कि उसके भाई का देहान्त हो गया है, ओर उसे शव को क्रियाक्रम के लिए अपने गांव बिजनौर उ0प्र0 जाना है। जिसके लिये उसके पास न कोई साधन है, न ही पैसे, यह सुनकर दोनों कर्मियों तथा सामाजिक संस्था ‘छोटी सी दुनिया’ के कार्यकर्ता विजय द्वारा आपस में पैसे एकत्रित करके 4000 रुपयों का इंतेजाम किया गया। जिसमें पुलिस कर्मियों द्वारा 3000 रुपयों से एम्बुलेन्स करवाई गयी तथा बचे 1000 रुपये पंकज को भाई के क्रियाक्रम के लिये दिये गये। जिसकी सरहाना मौजूद सभी लोगों द्वारा की गया। दोनों कर्मियों की जितनी तारिफ की जाये कम।
उत्तराखंड पुलिस ने कि ऐसी मिसाल पेश पढ़ेगें तो रहे जायेगें आप हैरान……
EDITOR PICKS
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