मसूरी-धनौल्टी में बढ़ी पर्यटक वाहनों की भीड़ तो कुठालगेट पर रोके जाएंगे वाहन, ये है प्लानडायरेक्टर ट्रैफिक गत 28 जनवरी को मसूरी-धनौल्टी रूट की यातायात व्यवस्था को देखने के लिए भ्रमण पर गए थे। उन्होंने देखा कि वहां पर पर्यटकों के वाहनों की अधिकता में यातायात बाधित था।
मसूरी और धनौल्टी में पर्यटकों के वाहनों का दबाव बढ़ेगा तो बाकी वाहनों को कुठालगेट पर ही रोक दिया जाएगा। जरूरत पड़ने पर सुवाखोली से सहस्त्रधारा वाले मार्ग को वन-वे के तौर पर प्रयोग किया जाएगा ताकि इन दोनों स्थानों पर जाम की स्थिति न बने। इसके लिए सीओ ट्रैफिक अनुज आर्य को नोडल अधिकारी बनाया गया है। सीओ ट्रैफिक ही पूरे मार्ग पर सभी व्यवस्थाओं को परखने के बाद निर्णय लेंगेइस संबंध में डायरेक्टर ट्रैफिक मुख्तार मोहसिन ने मंगलवार को समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने सबसे पहले सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के संबंध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि 2023 में सड़क हादसों के आंकड़े 2022 के आंकड़ों के आसपास ही स्थिर हैं। इसके लिए 2024 में सभी जिलों को प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। इसके बाद मसूरी-धनौल्टी में पिछले दिनों भीड़ और अव्यवस्थाओं पर दिशा निर्देश दिए। डायरेक्टर ट्रैफिक गत 28 जनवरी को मसूरी-धनौल्टी रूट की यातायात व्यवस्था को देखने के लिए भ्रमण पर गए थे। उन्होंने देखा कि वहां पर पर्यटकों के वाहनों की अधिकता में यातायात बाधित था।रूट पर पर्याप्त पुलिस बल भी नियुक्त नहीं किया गया था। डायरेक्टर ने कहा कि भ्रमण के दौरान उन्होंने पाया कि मसूरी में वाहनों की अधिकता के बावजूद कुठालगेट से वाहनों को मसूरी आने के लिए नहीं रोका गया। भविष्य में ऐसा न हो इसके लिए इस रूट के लिए उन्होंने सीओ ट्रैफिक अनुज आर्य को नोडल अफसर नियुक्त किया। आर्य मसूरी के सीओ ट्रैफिक अस्मित मंमगई के साथ समन्वय स्थापित करेंगे। यदि धनौल्टी में वाहनों का दबाव रहा तो बाकी वाहनों को कुठालगेट पर ही रोक दिया जाएगा। यात्री भटकें न इसके लिए मार्गों पर साइनेज भी लगाए जाएंगे।
ये भी दिए निर्देश
– बॉटलनेक स्थानों के संबंध में साप्ताहिक रूप से अन्य विभागों से चर्चा की जाएगी। बॉटलनेक को शत-प्रतिशत समाप्त करने के निर्देश दिए गए।
– व्यावसायिक भवनों की सूची तैयार कर पार्किंग का डेटा तैयार करें। डेटा तैयार होने के बाद जितनी पार्किंग की संभावना है उस पर शत-प्रतिशत पार्किंग खुलवाई जाए।
– ऐसे स्कूलों की सूची तैयार करें जिनमें पार्किंग की व्यवस्था की जा सकती है। उसका एक विस्तृत डेटा तैयार करें और स्कूली वाहनों को शत-प्रतिशत स्कूल के अंदर चिह्नित स्थान पर ही पार्क कराया जाए। अगर कोई स्कूल पार्किंग की सुविधा नहीं बना रहा है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नोटिस भेजे जाएं।
– इस वर्ष जितना संभव हो सके सड़कों के बीच कट बंद कराए जाएं और लंबी दूरी का यातायात संचालित चलाया जाए।