चमोली के तपोवन क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा को 52 दिन हो चुके हैं 52 दिन बीत जाने के बाद भी अभी कई लोग लापता हैं प्राकृतिक आपदा में क्षेत्र में कई लोग मारे गए और कई लोग लापता हो गए जिसके बाद इन गांव में सन्नाटा और मातम पसरा हुआ है
एक और जहां देश में होली का त्यौहार मनाया जा रहा है तो वहीं चमोली के तपोवन क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है लोग घरों में हैं और कोई भी बाहर निकल कर होली नहीं खेल रहा है
भोटिया जनजाति के लोग हर वर्ष होली बड़े ही धूमधाम के साथ मनाते हैं यहां पारंपरिक रूप से होलिया मनाई जाती है सभी लोग एक जगह इकट्ठा होकर होली मनाते हैं लेकिन 7 फरवरी को जब ग्लेशियर टूट कर क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा लाया तो उसके बाद से यहां होली का रंग भी फीका पड़ चुका है रैणी के लोगों का कहना है कि इस बार होली की कोई भी तैयारी गांव में नहीं है क्योंकि उनके गांव में प्राकृतिक आपदा के दौरान काफी लोग लापता हुए थे और कई लोग मारे गए थे अभी भी कुछ लोग लापता हैं जिनके शव बरामद नहीं हो पाए हैं