पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ के जिला पंचायत अध्यक्ष के पति और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विरेंद्र बोरा पर एक अभियंता (जेई) ने धमकाने और एक निर्माण कार्य की पत्रावली पर जबरन हस्ताक्षर के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। बुधवार को जेई की तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।

जिला पंचायत के अभियंता और चुनाव ड्यूटी कर रहे सेक्टर मजिस्ट्रेट अनिल जोशी के अनुसार, बीते सोमवार शाम 5.28 बजे उन्हें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विरेंद्र बोरा ने फोन किया। आरोप है कि विरेंद्र बोरा ने एक निर्माण कार्य की पत्रावली पर जबरन हस्ताक्षर करने को कहा, जबकि उक्त पत्रावली पर कई औपचारिकताएं पूर्ण होनी शेष हैं। कहा कि वह वर्तमान में लोकसभा चुनाव में सेक्टर मजिस्ट्रेट के दायित्वों का निर्वहन भी कर रहे हैं।

इसके बावजूद आरोप है कि बोरा की ओर से पत्रावली के भुगतान के लिए न सिर्फ उन पर दबाव बनाया गया, बल्कि जान से मारने, नौकरी से निकलवाने और भविष्य में देख लेने की धमकी भी दी गई। कोतवाल राजेश यादव ने बताया कि जिला पंचायत अभियंता की तहरीर मिलने के बाद आरोपी के खिलाफ भादवि की धारा 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।