उत्तराखंड के पांचवें धाम में प्रसिद्ध हेमकुंड साहिब के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं दोपहर 1:00 बजे श्रद्धालुओं के लिए हेमकुंड साहिब के कपाट बंद हो गए हैं इस दौरान ढाई हजार श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब मैं अंतिम दिन मत्था टेका 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित है हेमकुंडसाहिब सिखों का सबसे ऊंचा गुरुद्वारा है यहां हर वर्ष पंजाब, हरियाणा की नहीं बल्कि विदेशों से भी सिख श्रद्धालु मत्था टेकने के लिए पहुंचते हैं

कपाट बंद होने के दौरान हजारों की संख्या में तीर्थयात्री मौजूद रहे तो वही सुबह 5:00 बजे से गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश पाठ किया गया उसके बाद 7:00 बजे पांच वणियो का पाठ, 10:30 बजे सुखमणि साहिब का पाठ, 11:30 बजे कीर्तन और 12:30, बजे से इस वर्ष की अंतिम अरदास और हुकुम नामा पढ़ा गया जो भी तीर्थयात्री इस अवसर पर हेमकुंड साहिब में मौजूद रहा वह अपने आप को बड़ा ही धन्य समझ रहा था

इस से पहले हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने पर काफी बर्फ बारी भी हुई थी पहाड़ों पर बर्फबारी होने से हेमकुंड साहिब में काफी ठंड भी बढ़ गई थी हजारों फीट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने पर ठंड का भी तीर्थ यात्रियों को कोई एहसास नहीं हो रहा था हालांकि ठंड से बचने के लिए यात्रियों ने सारी व्यवस्थाएं की हुई थी वही 2013 की आपदा के बाद धीरे धीरे हेमकुंड साहिब की यात्रा में भी वृद्धि होने लगी है रास्ते ठीक हो रहे हैं जिसे देखकर तीर्थयात्री काफी खुश दिखाई दे रहे हैं

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