Home उत्तराखण्ड कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रचने के गिरोह का... राज्य समाचारउत्तराखण्ड कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रचने के गिरोह का भंडाफोड़, 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार By Web Editor - October 10, 2022 208 0 FacebookTwitterPinterestWhatsApp उत्तराखंड में वाई श्रेणी की सुरक्षा से लैस कैबिनेट मंत्री भी सुरक्षित नहीं हैं। ऊधमसिंह नगर पुलिस ने कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की की साजिश रचने के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस केस में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से 2.78 लाख रुपए भी बरामद किए गए हैं। दरअसल मंत्री के पीआरओ उमाशंकर दुबे ने 9 अक्टूबर को स,तारगंज पुलिस को तहरीर दी थी, जिसमें मंत्री की हत्या की साजिश की आशंका जताई थी। पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए इस मामले में चार आरोपियों, हीरा सिंह, सतनाम सिंह उर्फ सत्ता, हरभजन सिंह और मो. अजीज उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपियों से 2.78 लाख की नकदी, स्विफ्ट कार, बरामद की गई है। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या करने की साजिश हल्द्वानी जेल में रची जा रही थी। जहां मुख्य आरोपी साजिशकर्ता हीरा सिंह बंद था। वहीं उसकी पहचान सतनाम सिंह से हुई। उसी ने जेल से बाहर अपने दो साथियों के बारे में हीरा सिंह को बताया। हीरा सिंह ने सतनाम सिंह के बताये दोनों व्यक्तियों संग मिलकर ताना-बाना बुना। हीरा सिंह के कहने पर यूपी के शूटरों से घटना को अंजाम देने की साजिश तांत्रिक मो. अजीज उर्फ गुड्डू रच रहा था। विधायक प्रतिनिधि उमाशंकर दुबे की तहरीर के अनुसार सतनाम सिंह ने जेल में हीरा सिंह को बताया था कि उसका दोस्त मो. अजीज उर्फ गुड्डू निवासी किच्छा का बड़ा अपराधी है। उसके सम्बन्ध उत्तर प्रदेश के शूटरों के साथ हैं। उमाशंकर दुबे के अनुसार कैबिनेट मंत्री सितारगंज आये तो क्षेत्र भ्रमण के दौरान कुछ स्थानों पर उसे देखा गया था। सतनाम सिंह ने पैरोल पर आने के बाद हीरा सिंह से सम्पर्क साधा। दुबे के अनुसार हीरा सिंह ने सतनाम सिंह व उसके दोस्त हरभजन सिंह, मो. अजीज उर्फ गुड्डू निवासी किच्छा से सम्पर्क साधकर षडयन्त्र को अन्तिम रूप देने की योजना बनाई। उन्होंने आशंका जताई कि इनके साथ अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। साजिश में मुख्य आरोपी के पीछे कोई और तो नहीं है, इस पर भी जांच चल रही है। बताया जा रहा है कि किच्छा के एक तांत्रिक ने कुछ माह पहले मुख्य आरोपी से रकम ली थी। उसी ने मंत्री को वश में करने व वश में नहीं होने पर रास्ते से हटा देने की जिम्मेदारी ली थी। गुड्डू इसके लिए और रकम की डिमांड कर रहा था। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा को वाई श्रेणी की सुविधा मिली है। बताया जा रहा है कि इस विषय में सौरभ बहुगुणा ने सीएम धामी से सिक्योरिटी बढ़ाने की मांग की थी। लेकिन उनके घऱ पर केवल डोर स्कैनर लगा दिया गया और एलआईयू के 4 कर्मचारी रख दिए गए।