वन विभाग ने वन भूमि से अतिक्रमण किया ध्वस्त, अतिक्रमणकारियों में मची खलबली

तराई पूर्वी वन प्रभाग के खटीमा वन रेंज के नगर से लगे सालभोजी नंबर एक में वन भूमि पर झोपड़ियां डाल अतिक्रमण करने के प्रयासों को वन विभाग ने विफल किया. उप प्रभागीय वनाधिकारी खटीमा संचिता वर्मा के निर्देश पर खटीमा वन रेंज की टीम ने वन भूमि पर चालीस से पचास झोपड़ियों को हटाया. वहीं वन विभाग की कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया.

खटीमा में लकड़ी मंडी से मशहूर रही सालभोजी नंबर एक की वन भूमि को कुछ समय पहले ही खटीमा वन विभाग ने हाईकोर्ट के निर्देश पर अतिक्रमण मुक्त कर कई एकड़ वन भूमि को अतिक्रमण कारियों से मुक्त कराया था. कोर्ट के निर्देशों पर वन विभाग की इस कार्रवाई से दर्जनों लकड़ी व्यवसायी रोजगार विहीन हो गए थे.अतिक्रमण मुक्त कराई गई वन भूमि को तारबाड़ या अन्य माध्यम से अपने कब्जे में ना लेने पर एक बार फिर दर्जनों लोगों ने झोपड़ियां बना वन भूमि पर अतिक्रमण करने का प्रयास शुरू कर दिया.वन भूमि पर फिर अतिक्रमण की सूचना मिलने पर खटीमा उपवन प्रभाग की एसडीओ संचिता वर्मा द्वारा आदेश जारी कर खटीमा वन रेंजर महेश जोशी को वन भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के आदेश दिए गए. जिस पर खटीमा वन रेंज के रेंजर महेश जोशी ने भारी फोर्स के साथ सालभोजी नंबर एक में बने चार दर्जन से अधिक झोपड़ियों को ध्वस्त कर वन भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया. वहीं वन अधिकारियों के अनुसार जल्द ही अतिक्रमण मुक्त की गई वन भूमि को तारबाड़ कर कवर किया जाएगा. ताकि वन भूमि पर किसी भी तरह का अतिक्रमण ना हो सके. वहीं कार्रवाई के दौरान खटीमा वन रेंज के रेंजर महेश जोशी, वन दरोगा धन सिंह सहित भारी संख्या में वन कर्मी मौजूद रहे.