नम आंखों से विदा हुए पांच भाई पांडव
शंकराचार्य की तपोभूमि जोशीमठ में 15 दिनों से पांडव नृत्य का आयोजन किया जा रहा था जिसका आज वैदिक मंत्रोच्चारण और हवन के साथ समापन किया गया
इस दौरान पांडवों को विदा करते समय सभी की आंखें नम हो गई माना जाता है कि क्षेत्र की खुशहाली के लिए हर 2 वर्ष में पांडव नृत्य का आयोजन स्थानीय पंचो और देव पूजा समिति जोशीमठ के द्वारा की जाता है इस दौरान दूर-दूर से पांडव नृत्य का आयोजन देखने भक्त पहुंचते हैं जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में आज सुबह भव्य हवन किया गया उसके बाद विशाल भंडारे के साथ पांडव नृत्य का समापन किया गया