दीपक भारद्वाज
सितारगंज। सितारगंज के बिष्टी गांव के किसान ने की खुदकुशी, कर्ज के बोझ के चलते की खुदकुशी, खेत में मृत पड़ा मिला था परिजनों को किसान ,जहरीले पदार्थ का सेवन कर की खुदकुशी ,शव के पास मिले जहरीले पदार्थ के डिब्बे,कई बैंकों का था किसान पर कर्ज, कुछ लोग दिन पहले एक बैंक का लैटर आने से था डिप्रेशन में।
सितारगंज के बिष्टी गाँव में रहने वाला किसान मुख्तयार सिंह आखिर कर्ज के बोझ के नीचे दबे होने के चलते जीवन जी जंग हार खुदकुशी करने को मजबूर हो गया। उसने घर से निकल खेत में पहुँच सल्फास खा खुदकुशी कर ली।काफी देर घर वापिस न पहुंचने पर परिजनों ने जब उसकी तलाश की तो उसका शव खेत में पड़ा मिला ।जिसके बाद उसके परिजनों में कोहराम छा गया।गांव के लोग उसे समुदायक स्वस्थ केंद्र लेकर आये जहाँ डॉक्टरों ने जाँच में उसे मृत घोषत कर दिया ।ग्रामीणों का कहना है कि किसान मुख्तयार सिंह के ऊपर बैंक ऑफ बड़ौदा ,दक्षणी किसान सहकारी समिति सहित साहूकारों का लगभग 9 लाख रुपये के करीब कर्ज हो चुका है और बैंक से भी नोटिस आ रहा है कर्ज जमा कराने को लेकर जिसकी वजह से वह काफी दिनों से परेशान चल रहा था । उसका एक बेटा और तीन बेटियां है जी जवान हो चुके है उनकी शादी भी करनी है ।कैसे सब कुछ होगा इसकी चिंता उसे लगी हुई थी ।इसी चिंता ने उसे तोड़कर रख दिया और इस कदम को उठाने को मजबूर हो गया ।वही सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव की कब्जे में ले पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।और घटना की जाँच शुरू कर दी है।

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