मशीन भी नहीं पकड़ पाई गुनाह…घबराकर खुद किया कबूल, आठ सौ रुपये के लिए किया था कत्ल; रचा षड्यंत्र
काशीपुर में महज आठ सौ रुपये के लिए हत्या करने का आरोपी पप्पू लाई डिटेक्टर टेस्ट से घबरा कर खुद चलकर थाना आ गया और रेलवे कॉलोनी निवासी मजदूर जगदीश उर्फ साधू की हत्या करना कबूल कर लिया।
काशीपुर में महज आठ सौ रुपये के लिए हत्या करने का आरोपी पप्पू लाई डिटेक्टर टेस्ट से घबरा कर खुद चलकर थाना आ गया और रेलवे कॉलोनी निवासी मजदूर जगदीश उर्फ साधू की हत्या करना कबूल कर लिया।
रेलवे कॉलोनी निवासी मजदूर जगदीश उर्फ साधू का शव 27 जुलाई 2022 को रमेश उर्फ पप्पू निवास ग्राम गोपीपुरा पांडे कॉलोनी के धान के खेत की मेड़ से बरामद हुआ था। इस मामले में मृतक की पत्नी दुर्गावती की तहरीर के आधार पर रमेश उर्फ पप्पू के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था, लेकिन साक्ष्य नहीं होने के चलते रमेश उर्फ पप्पू आराम से रह रहा था। हालांकि इस दौरान पुलिस उसे कई बार उठाकर लाई और पूछताछ की लेकिन सच नहीं उगलवा सकी।
थाना प्रभारी विक्रम राठौर ने बताया कि घटनाक्रम को काफी समय हो गया था, तब एसएसपी ने हत्याकांड खुलासा के आदेश दिए। इसके बाद पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर के बयान दर्ज किए गए। इसमें बताया गया कि सिर पर भारी चीज से प्रहार करने से जगदीश मौत हुई है। बस पुलिस को यहीं से हत्या की कड़ी मिल गई। कई ग्रामीणों ने बताया उन्होंने आखिरी बार जगदीश और रमेश को साथ देखा था।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी की पॉलीग्राफ जांच (लाई डिटेक्टर टेस्ट) के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट ने 19 अप्रैल लोकसभा चुनाव मतदान के दिन की तारीख दी थी। उस दिन टेस्ट नहीं होने पर न्यायालय ने तीन जुलाई की नई तारीख दी थी। इसके बाद दिल्ली में आरोपी का टेस्ट कराया। वहां भी आरोपी डॉक्टर को बातों में उलझाता रहा। हालांकि डॉक्टर ने शक जाहिर कर दिया। इसके बाद टीम आरोपी को लेकर काशीपुर आई और यहां से वह अपने घर चले गया। घर में रहने के दौरान वह घबराया और चार जुलाई को खुद थाने आकर अपना जुर्म कबूल लिया।