राजधानी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जिलाधिकारी सोनिका ने निर्देश दिए थे कि सभी बिजली लाइन भूमिगत होंगी। सड़क किनारे खड़े बिजली के खंभे हटेंगे।राजधानी में मंगलवार का दिन टेलीफोन उपभोक्ताओं के लिए भारी मुसीबतों वाला रहा। यूपीसीएल ने बिजली लाइन भूमिगत होने के चलते अपने खंभे हटा लिए। दूरसंचार कंपनियों के केबल काटकर फेंक दिए।

इससे दिनभर जहां इंटरनेट सेवाएं बाधित रहीं तो कई कंपनियों के फोन की घंटी भी नहीं बज पाई। देर रात तक सेवाएं सुचारू नहीं हो पाईं थीं।राजधानी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जिलाधिकारी सोनिका ने निर्देश दिए थे कि सभी बिजली लाइन भूमिगत होंगी। सड़क किनारे खड़े बिजली के खंभे हटेंगे। इस काम के लिए नगर निगम ने दूरसंचार कंपनियों को पूर्व में नोटिस जारी किए थे और निर्धारित समयावधि में अपने केबल हटाने को कहा था। बावजूद इसके दूरसंचार कंपनियों ने केबल नहीं हटाए।मंगलवार को यूपीसीएल ने बड़े पैमाने पर अभियान चलाया। राजपुर रोड, सुभाष रोड, चकराता रोड पर बिजली लाइन भूमिगत होने के चलते खंभे हटाने का काम किया गया। इसके लिए सभी खंभों पर लगे ऑप्टिकल फाइबर केबल व अन्य केबल काटकर नीचे फेंक दिए गए।

इसके साथ ही राजधानी में इंटरनेट सेवाएं तकरीबन ठप हो गईं। कई दूरसंचार कंपनियों के उपभोक्ताओं के मोबाइल से तो नेटवर्क ही गायब हो गया, जिससे वह दिनभर फोन भी नहीं कर सके। अभी ये अभियान आगे भी जारी रहने की संभावना है।
यूपीसीएल मुख्यालय में भी नहीं चला इंटरनेट
इस अभियान की वजह से खुद यूपीसीएल के दफ्तर में भी इंटरनेट सेवाएं बाधित रहीं। यहां दिनभर में तमाम काम प्रभावित हुए। इसके अलावा सचिवालय समेत कई अन्य सरकारी दफ्तरों में कामकाज नहीं हो पाया। इस वजह से अधिकारी, कर्मचारी, लोग परेशान दिखे।

स्मार्ट सिटी के तहत बिजली लाइन भूमिगत हो गई हैं। अब खंभों को हटाने का काम किया जा रहा है। ताकि शहर की खूबसूरती और बढ़ाई जा सके। बिजली खंभों पर बिना पूछे जो भी तार डले हुए थे, वे हटा दिए गए हैं।
-अनिल कुमार, एमडी, यूपीसीएल

कई टेलीकॉम कंपनियों ने बगैर सूचना दिए सरकारी खंभों पर तार लगा दिए हैं। इन कंपनियों को नोटिस भेजकर जानकारी दने के लिए कहा गया था ताकि तारों की टैगिंग कराई जा सके। लेकिन, नोटिस का जवाब नहीं मिला। इस कारण तार काट दिए गए हैं। तारों की टैगिंग कराने की कार्रवाई चल रही है।