सत्याल को हटाने के बाद राज्य सरकार ने कर्मकार बोर्ड का नए सिरे से पुनर्गठन किया गया है। यही नही, राज्य सरकार ने अध्यक्ष पद से सत्याल को हटाने के साथ ही कर्मकार बोर्ड की सचिव मधु नेगी चौहान की भी की छुट्टी कर दी है। इसके साथ ही सचिव श्रम हरबंस सिंह चुघ को बोर्ड के अध्यक्ष और पीसीएस डा अभिषेक त्रिपाठी को सचिव की जिम्मेदारी सौंपी है।
कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल को अध्यक्ष पद से हाथ धोना पड़ा है। दरअसल, पिछले लंबे समय से श्रम मंत्री हरक सिंह रावत और सत्याल के बीच चल रही खींचतान के बाद राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सत्याल को हटा दिया है। हालांकि, शमशेर सिंह सत्याल को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के काफी करीबी माने जाते रहे है जिसके चलते उन्हें अपने पद से हाथ धोना पड़ा है।
बता दें कि शमशेर सिंह सत्याल, त्रिवेंद्र सिंह रावत के बेहद करीबी माने जाते थे। त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्री रहते ही उन्हें बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद मंत्री हरक सिंह रावत और शमशेर सिंह सत्याल के बीच चली तनातनी के बीच कई बार हरक सिंह रावत ने शमशेर सिंह सत्याल को हटाए जाने को लेकर मोर्चा भी खोला था। लेकिन एक लंबे समय तक शमशेर सिंह सत्याल को सरकार ने नहीं हटाया।सत्याल को हटाने के बाद राज्य सरकार ने कर्मकार बोर्ड का नए सिरे से पुनर्गठन किया गया है। यही नही, राज्य सरकार ने अध्यक्ष पद से सत्याल को हटाने के साथ ही कर्मकार बोर्ड की सचिव मधु नेगी चौहान की भी की छुट्टी कर दी है। इसके साथ ही सचिव श्रम हरबंस सिंह चुघ को बोर्ड के अध्यक्ष और पीसीएस डा अभिषेक त्रिपाठी को सचिव की जिम्मेदारी सौंपी है