हल्द्धानी/किच्छा
दहेज को लेकर आये दिन न जाने कितनी बेटियां इसकी भेंट चढ़ती है और कितने घर उजर जाते है। सरकार व शासन प्रशासन के लाख दावे करने के बाद भी जब तक लोगों की अंतरआत्मा इस बात को नहीं स्वीकारेंगी कि आज हम तो कल वो बेटियां सब के घरों में है इसलिए दहेज रूपी संस्कारों का परित्याग मिल कर करें तब तक दहेत रूपी दानव समाज से दूर नहीं हो सकता। आज 21वीं सदी के भारत में भी दहेज जैसी मांग करना और उसके लिए आये दिन बहू बेटियों की बली चढ़ना सबसे ज्यादा शर्मनाक है।
एक फिर ऐसा मामला किच्छा से सामने आया है। जहां शादी में मोटर साईकिल व कार नहीं मिलने से शादी के अगले ही शख्स ने तलाक ने दिया है। जाकारी के अनुसार किच्छा के दरउ निवासी निमरा खान ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उसकी शादी 28 नवम्बर को खजुरियां पनवड़िया विलासपुर निवासी रावेज खान के साथ हुआ जब शादी के बाद वह ससुराल पहुंची तो ससुराल में उसे दहेज के लिए ताने दिये जाने लगे और कहा गया कि वह शादी में मोटर साईकिल और कार दिये जाने के लिए मायके वालों से बात करें। लड़की द्वारा मना किये जाने पर लड़की को ससुरालियों द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगा और दूसरे दिन उसके पति ने उसे तीन बार तलाक कहकर तलाक दे दिया। जिसके बाद निमरा यानी लड़की ने अपने पति रावेज खान सास, जेठानी व नंदन जेठ व नदोई, ससुर सबके खिलाफ दहेज के लिए प्रताडित करना और मार व गाली गलोच किये जाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया। जिस पर पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।